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योगी ने रद्द किए सभी कार्यक्रम, हार की समीक्षा के लिए बुलाई बैठक

अफसरों की बुलाई बैठक, करेंगे उपचुनाव में हार की समीक्षा

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गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में मातम सा पसरा हुआ है. प्रदेश पदाधिकारी हैरान हैं कि दो सीटें हाथ से कैसे निकल गईं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने हार का कारण आत्मविश्वास बताया था. लेकिन अब सीएम खुद दोनों सीटों पर मिली करारी हार की समीक्षा करेंगे.

यही वजह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले से तय गुरुवार के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. सीएम ने उपचुनाव में हार की समीक्षा के लिए अफसरों की बैठक बुलाई है.

पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ को गुरुवार को गोंडा जाना था. यहां योगी को लोक कला महोत्सव में शामिल होना था. इस कार्यक्रम में योगी को पूर्व राज्यसभा सांसद और संघ के दिग्गज नेता नानाजी देशमुख की प्रतिमा का अनावरण करना था. लेकिन अब कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. नए कार्यक्रम के मुताबिक, अब सीएम योगी आदित्यनाथ की जगह डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा जाएंगे.

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गोरखपुर, फूलपुर में बीजेपी को मिली करारी हार

बता दें कि बुधवार को आए गोरखपुर-फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनावों के नतीजों में बीजेपी को करारी हार मिली है. दोनों ही सीटों पर बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी.

गोरखपुर सीट पर तो बीजेपी साल 1991 से लगातार जीतती आ रही थी. योगी आदित्यनाथ इस सीट से लगातार पांच बार जीतकर संसद पहुंचे थे. वहीं फूलपुर में साल 2014 में पहली बार बीजेपी ने जीत हासिल की थी. लेकिन योगी आदित्यनाथ के सीएम और केशव प्रसाद मौर्य के डिप्टी सीएम बन जाने के बाद दोनों सीटें खाली हो गईं थीं.

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हार के बाद क्या बोले सीएम योगी?

गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के लिये सीएम योगी आदित्यनाथ ने फौरी तौर पर पार्टी के आत्मविश्वास को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि पार्टी नतीजों की समीक्षा करेगी.

योगी ने कहा कि जब इन दोनों सीटों के उपचुनाव के लिये प्रत्याशी घोषित हुए थे, तब एसपी, बीएसपी और कांग्रेस समेत सभी अलग-अलग थे. लेकिन चुनाव के बीच में एसपी-बीएसपी के बीच जो आपसी सौदेबाजी और बेमेल गठबंधन हुआ उसको समझने में कहीं ना कहीं कमी रही और अति आत्मविश्वास उसका कारण है.

कहां कमी रह गयी है, इस बात की हम अवश्य समीक्षा करेंगे. एसपी और बीएसपी की यह राजनीतिक सौदेबाजी एक बार फिर प्रदेश और देश के विकास को बाधित करने के लिये हुई है. साल 2019 के लिये इसके बारे में अपनी पूरी रणनीति तैयार करेंगे. 
योगी आदित्यनाथ, सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों का हारना निश्चित रूप से समीक्षा का विषय है.

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