ADVERTISEMENTREMOVE AD

गहलोत ने पूछा-तबादले के लिए घूस देनी पड़ती है? टीचर बोले हां तो CM ने बताया इलाज

शिक्षकों के राजकीय सम्मान समारोह में शामिल हुए थे मुख्यमंत्री गहलोत

Updated
राज्य
2 min read
छोटा
मध्यम
बड़ा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को जयपुर (Jaipur) के एक हाल में शिक्षकों से एक सवाल करना काफी भारी पड़ गया. सवाल के जवाब ने उन्हें काफी असहज मह्सूस करा दिया.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षकों के तबादले में पैसों के लेनदेन का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा- हम सुनते हैं कि तबादले के लिए कई बार पैसे खिलाने पड़ते हैं. पता नहीं, आप बताइए सही है या नहीं, मुझे नहीं मालूम.

राजकीय समान समारोह में शामिल शिक्षकों ने पलट कर जवाब दिया - हां, देने पड़ते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जवाब सुनकर मुख्यमंत्री हुए हैरान

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शायद इस जवाब की उम्मीद नहीं थी. जवाब सुनकर वह काफी हैरान दिखे, और बोले, "कमाल है."

मुख्यमंत्री गहलोत ने समस्या से सुनने के बाद आगे कहा

"यह बहुत ही दुखदायी बात हैं कि टीचर्स पैसे देकर ट्रांसफर करवाने को लालायित रहे. कोई पॉलिसी बन जाए सबको मालूम रहे कि उसका तबादला कब होना है? तब फिर न पैसे चलेंगे न के एमएलए के पास जाना पड़ेगा."
राजस्थान के मुख्यमंत्री, अशोक गहलोत

मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि, "ट्रांसफर पॉलिसी ऐसी बन जाए, जिससे किसी की हार्ट बर्निंग न हो. अभी क्या हो रहा है कि जिसकी  एमएलए और एमपी के साथ चल गई उसका हो जाता है.  एमएलए आकर मंत्रीजी के कपड़े फाड़ते हैं कि मेरे तो 50 ही तबादले किए, मेरे तो 100 किए, 150 ही किए. अरे, भाई कोई अंत तो हो."

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टीचर्स के तबादलों में पैसे चलने की बात कहकर खुद की सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. उनके इस बयान से शिक्षा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को भी असहज महसूस करना पड़ा. मामले के ऊपर डोटासरा को तत्काल सफाई भी देनी पड़ी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×