हिजाब विवाद (Hijab Row) के कारण कुछ दिन बंद रहने के बाद, कर्नाटक में 14 जनवरी से फिर से स्कूल खोल दिए गए हैं. कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक, स्टूडेंट्स और शिक्षक स्कूल में खुसने से पहले हिजाब उतारते नजर आए. शिमोगा और उडुपी में स्टूडेंट्स ने हिजाब उतारने से इनकार कर दिया.
इस पूरे विवाद पर सुनवाई के दौरान, कर्नाटक HC ने शैक्षणिक संस्थानों में किसी भी तरह की धार्मिक पोशाक पर बैन लगा दिया था.
हालांकि, ज्यादा स्कूलों में स्टूडेंट्स को कोर्ट के आदेश के मुताबिक हिजाब उतारते हुए देखा गया.
उडुपी के वीमेन्स गवर्नमेंट पीयू कॉलेज में, जहां पहली बार हिजाब विवाद शुरू हुआ था, के स्टूडेंट्स ने कैंपस के गेट तक हिजाब पहना और क्लास में जाने से पहले उसे उतार दिया.
14 फरवरी से 19 फरवरी तक, सभी हाई स्कूलों के 200 मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस भी कड़ी निगरानी रख रही है.
कुछ स्कूलों में स्टूडेंट्स ने पहना हिजाब
उडुपी से बीजेपी विधायक रघुपति भट ने एक बयान जारी कर कहा, "उन कॉलेजों में जहां यूनिफॉर्म का पालन नहीं किया जाता है और पहले हिजाब की अनुमति थी, स्टूडेंट्स को हिजाब पहनने की अनुमति होगी. उन कॉलेजों में जहां पहले इसकी अनुमति नहीं थी, यथास्थिति जारी रखेंगे."
उन्होंने कहा, "इसका मतलब ये होगा कि उडुपी पीयू कॉलेज फॉर गर्ल्स, जहां छह छात्र हिजाब के लिए विरोध कर रहे हैं, हिजाब की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन एमजीएम कॉलेज जैसे कॉलेज में जहां छात्रों को कथित तौर पर हिजाब पहनने की अनुमति दी गई थी, वो इसे जारी रखेंगे."
कलबुर्गी के एक सरकारी उर्दू स्कूल और कुंडापुर में सरकारी पीयू कॉलेज के छात्रों को क्लास में हिजाब पहनने की अनुमति दी गई.
CM ने उपद्रवियों को दी चेतावनी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 13 फरवरी को हिंसा फैलाने वालों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी. उन्होंने कहा, "कल से 10वीं कक्षा तक के स्कूल फिर से खुलेंगे. मैंने डीसी, एसपी और स्कूल प्रशासन को शांति समिति की बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया है. उच्च कक्षाओं और डिग्री कॉलेजों के लिए स्कूल स्थिति की समीक्षा के बाद फिर से खुलेंगे."
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