जोधपुर (Jodhpur Clash) में 2 मई की देर रात झंडा और लाउडस्पीकर लगाने को लेकर शुरू हुई हिंसा के बाद बुधवार, 4 अप्रैल को स्थिति नियंत्रण में है. शहर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सड़कों पर भारी पुलिसबल तैनात की गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) आज भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि हिंसा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा. वहीं बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर है.
अब तक 100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
हिंसा के बाद पुलिस एक्शन में है. जानकारी के मुताबिक अबतक 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं करीब 13 FIR दर्ज की गई है.
जोधपुर पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ने जानकारी देते हुए बताया कि, "जोधपुर में अभी स्थिति नियंत्रण में है. हमने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं. मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं."
आपको बता दें कि तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में बुधवार रात 12 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है. यहां पर एक डिप्टी एसपी, एक एडिशनल एसपी, इंस्पेक्टर और सभी रैंक के अधिकारी मौजूद हैं.
हम लोगों ने दंगा नहीं होने दिया- सीएम
जोधपुर मामले पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, "हिंसा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा. दंगा किसी कीमत पर नहीं होने देंगे. कहीं तनाव होगा तो कार्रवाई की जाएगी. इसमें जो भी भागीदार हैं, चाहे वो किसी भी धर्म का हो, पार्टी का हो, जाति या वर्ग का हो, सभी के साथ समान व्यवहार किया जाएगा."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जोधपुर में ऐसा मुद्दा नहीं था कि दंगा भड़कने की स्थिति आए. ये तो हम लोगों ने दंगा नहीं होने दिया है. इसीलिए कोई कैजुअलिटी नहीं हुई, कोई बड़ी घटना नहीं हुई."
BJP ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
जोधपुर में हिंसा को लेकर बीजेपा लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया,
"अशोक जी तुष्टिकरण की आपकी राजनीति ने शांतिपूर्ण प्रदेश को दंगों और दबंगों के हवाले कर दिया है. खनन माफिया, नकल माफिया, ड्रग माफिया, जमीन माफिया के बाद अब आपके गृहमंत्री काल में दंगा माफिया भी पनप गए हैं. लेकिन हम अपने लोगों पर अत्याचार नहीं होने देंगे. देखते हैं आपकी लाठी में कितना दम है?"
इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि, "चाकूबाजी होना, युवक के पैर तोड़ देना, गाड़ियां तोड़ना, पथराव करना, आगजनी होना, तलवारें लहराना, कर्फ्यू लगाना इत्यादि दंगा नहीं तो और क्या होता है गृहमंत्री जी?"
झंडा लगाने को लेकर हुआ था विवाद
जालोरी गेट चौराहे पर सोमवार देर रात करीब 11.30 बजे कुछ लोग झंडा लगा रहे थे. इस दौरान वीडियो बना रहे एक शख्स को कुछ युवकों ने पीट दिया. इस दौरान बीच-बचाव करने आए लोगों से भी मारपीट हुई. देखते-देखते मामला गर्मा गया और पत्थरबाजी शुरू हो गई.
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