मध्य प्रदेश में अपनी टीम बनाने के बाद अब सीएम कमलनाथ ने विभागों का भी बंटवारा कर दिया है. उनका मंत्रिमंडल तो तैयार हो चुका था, लेकिन किसी को भी विभाग नहीं दिए गए थे. इसे लेकर काफी चर्चा भी चल रही थी, बड़े विभागों के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे थे.
सीएम कमलनाथ के पास 7 विभाग
सीएम कमलनाथ ने विभागों का बंटवारा कर सभी को उनकी जिम्मेदीरी सौंप दी है. उन्होंने खुद के पास 7 विभाग रखे हैं. उनके पास जनसंपर्क, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, लोक सेवा प्रबंधन, अप्रवासी भारतीय, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार जैसे विभाग हैं. फिलहाल इन सभी विभागों की जिम्मेदारी सीएम के पास ही रहेगी.
सीएम कमलनाथ ने 17 दिसंबर को मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस ने बीजेपी को हराकर सरकार बनाई है. जनवरी 2019 में नई सरकार का पहला विधानसभा सत्र शुरू होगा.
किसे क्या मिला?
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब मंत्रियों को उनकी मेहनत का ईनाम दिया गया है. गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी बाला बच्चन को दी गई है. वहीं सज्जन सिंह वर्मा को लोक निर्माण और पर्यावरण विभाग, हुकुम सिंह कराड़ा को जल संसाधन, डॉ. विजय लक्ष्मी साधो को संस्कृति, चिकित्सा शिक्षा तथा आयुष विभाग और दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को नगरीय विकास व आवास विभाग सौंपा गया है.
देखें मंत्रियों की पूरी लिस्ट
विभागों को लेकर घमासान
मंत्रिमंडल के गठन के बाद विभागों के बंटवारे में देरी होने पर विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा था. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने आरोप लगाया कि मलाईदार विभागों के लिए पार्टी में घमासान चल रहा है. विधायक खुद के लिए मनचाहा विभाग दिए जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं इस पर कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है, विभागों को लेकर फैसला लेने में वक्त लगता है.
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