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Qपटना: JDU मोदी कैबिनेट से बाहर, राज्य के 6 सांसद बने मंत्री

Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें

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मोदी कैबिनेट में जेडीयू शामिल नहीं

बिहार में बीजेपी की सहयोगी JDU को मंत्रिमंडल में पर्याप्त जगह नहीं मिलने के कारण नाराज हो गई है. बिहार में बीजेपी की सहयोगी JDU को 16 सीटें जीतने के बाद भी कैबिनेट में कोई जगह नहीं मिली है. कह सकते हैं कि मोदी के नेतृत्व में एनडीए की दूसरी सरकार की शुरुआत में ही कलह हो गई. JDU नेता नीतीश कुमार ने खुलकर कहा कि उन्हें सिर्फ एक मंत्री पद दिया जा रहा था, जो पार्टी को कबूल नहीं हुआ. इसके बाद पार्टी ने सरकार से बाहर रहने का फरमान सुना दिया.

बीजेपी की सहयोगी पार्टी LJP से राम विलास पासवान को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. पासवान चुनाव नहीं लड़े लेकिन फिर भी उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई है. हालांकि उनके बेटे चिराग पासवान चुनाव लड़े और जीते भी. पार्टी के कुल 6 सांसद चुन कर आए.

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मोदी मंत्रिमंडल में बिहार के 6 सांसद बने मंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बिहार से इस बार छह सांसदों को जगह मिली है. इनमें बीजेपी के पांच सांसदों को जगह मिली है, जबकि छह सांसदों वाली पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासववान ने मंत्रिमंडल में एक बार फिर जगह बनाने में सफलता पाई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनने पर गुरुवार को गिरिराज सिंह ने भी प्रमोशन के साथ कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. साथ ही पिछली एनडीए सरकार में बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रहे आरके सिंह ने भी जगह बनाने में सफलता पाई है. इसके अलावा रविशंकर प्रसाद को भी फिर से कैबिनेट में जगह दी गई है. बक्सर से दूसरी बार जीतकर लोकसभा पहुंचे अश्विनी चौबे को फिर से स्थान दिया गया है. बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष नित्यांनद राय को भी मोदी मंत्रिमंडल में पहली बार स्थान दिया गया है.

महागठबंधन में हार के बाद घमासान जारी

लोकसभा चुनाव में हार के बाद से राज्य में महागठबंधन में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है. गठबंधन में शामिल दल एक दूसरे के ऊपर लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार का ठीकरा फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

हार पर मंथन बैठक का दौर जारी है. महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट कहा कि 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता अभी तक तय नहीं हुआ है.

तेजस्वी के नाम पर मांझी ने कहा कि वो आरजेडी के नेता हो सकते हैं मगर महागठबंधन के नहीं. बता दें कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद गुरुवार को समीक्षा बैठक की है और इसमें तेजस्वी के नाम पर कोई फैसला नहीं लिया गया.

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कांग्रेस और आरजेडी को अपने विचार बदलने की जरूरत: सुशील मोदी

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी जैसे दलों को व्यक्ति से ज्यादा विचार बदलने की जरूरत है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि ये दल अपनी लीडरशिप को बदलकर क्या करेंगे. जबकि जरुरत इन्हें अपना मौजूदा विचारधारा को बदलने की है.

सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि यह चुनाव विचारधारा की लड़ाई है, इसलिए अब उन्हें मान लेना चाहिए कि आतंकी मसूद अजहर को आदरसूचक संबोधन, आतंकवाद पर चुप्पी, कश्मीर से सेना की वापसी और देशद्रोह कानून खत्म करने जैसे आत्मघाती विचार देश को मंजूर नहीं हैं.

सुशील मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार की दूसरी पारी को गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए सौ फीसद प्रोडक्टिव बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में उत्साह और अनुभव के बीच सामंजस्य बैठाने का पूरा ख्याल रखा है. देशभक्ति और विकास के मुद्दे पर अपार समर्थन देने वाले बिहार की जनता की ओर से प्रधानमंत्री को नई पारी की स्वर्णिम सफलता के लिए कोटि-कोटि बधाई.

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राज्य की कई जेलों में छापेमारी, आपत्तिजनक सामान बरामद

राज्य की कई जेलों में गुरुवार को अचानक की गई छापेमारी में हड़कंप मच गया. इस दौरान कई जेलों से मोबाइल फोन, नशीली चीजें और आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए. राजधानी पटना के बेउर जेल में शहर की एसपी गरिमा मलिक के नेतृत्व में छपेमारी की गई. वहीं मुंगेर जेल में डीएम राजेश मीणा के नेतृत्व में छापेमारी की गई.

इसके अलावा सीवान, सासाराम, गोपालगंज, आरा, जहानाबाद सहित कई जिलों की जेलों में भी जिला प्रशासन की टीमों ने छापेमारी की.छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, चार्जर, गांजा, खैनी और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए.

राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि राज्य की कई जेलों से आपराधिक गिरोहों का संचालन किया जा रहा है. इसी सूचना के आधार पर जेलों में छापेमारी अभियान चलाया गया.

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