ADVERTISEMENTREMOVE AD

Qपटना: पीएम मोदी के निशाने पर विपक्ष, तेजस्वी का नीतीश पर पलटवार

Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सासाराम में मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के बक्सर और सासाराम में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. सासाराम में जनसभा के दौरान मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, "महामिलावट की और NDA की राजनीति का अंतर स्पष्ट है. हम बिहार को लालटेन के युग से निकालकर एलईडी की दूधिया रोशनी तक लाए हैं. ये बिहार को लालटेन युग में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं."

बक्सर में मोदी ने भाजपा प्रत्याशी अश्विनी चौबे के लिए चुनाव प्रचार करने आए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राजद की सोच में खोट है . न सिर्फ उन्होंने लालू परिवार की अरबों की संपत्ति पर सवाल खड़े किये बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि नामदार के गुरु ने सिख दंगे के लिए कहा 'हुआ तो हुआ'. अब देश इन महामिलावट वालों से कह रहा है 'अब बहुत हुआ'.

नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जो महामिलावटी लोग गरीबों के लिए आंसू बहा रहे हैं उन्होंने गरीबों के लिए कितना किया और अपने परिवार के लिए कितना किया इसका लेखा-जोखा लगा लीजिए. आज वे क्या कर रहे हैं? उनकी संपत्ति कितनी है? यह याद कर लीजिएगा.

इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों में अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है.

(सोर्स: आईएएनएस )

ADVERTISEMENTREMOVE AD

लालू पर फैसला अदालत लेगी,नीतीश नहीं : तेजस्वी

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव पर दिए गए बयान को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार किया. तेजस्वी ने कहा है कि लालूजी जेल से बाहर आएंगे या नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी ना कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी.

तेजस्वी ने ट्वीट किया कि नीतीश जी हार की बौखलाहट में अब खुलेआम मंचों से छाती पीट कर धमकी दे रहे है कि लालू जी को कभी भी जेल से बाहर नहीं आने दूंगा. यानि कि वे मान रहे है कि उन्होंने अपने गुर्गों के साथ साजिश कर लालू जी को जेल भेजा था.

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद इस समय चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में हैं. तेजस्वी सभी चुनावी सभाओं में कहते हैं कि उनके पिता को साजिश के तहत फंसाया गया है.

(सोर्स: आईएएनएस )

सुशील मोदी ने कांग्रेस पर लगाया पीएम को गाली देने का आरोप

बिहार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कांग्रेस पर पीएम मोदी को लेकर 'चुन-चुन कर घटिया गाली देने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के बाद हार तय देख कर बौखलाई कांग्रेस शब्दकोश से चुन-चुन कर नरेंद्र मोदी को गालियां दे रही हैं.

सुशील मोदी ने कहा, “राहुल गांधी एक ओर तो प्यार की राजनीति करने का दिखावा करते नहीं थकते हैं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री को चोर कह कर नारा लगवाते और अपने सिपहसालारों से उन्हें चुन-चुन कर गालियां दिलवाते हैं. राहुल गांधी की मम्मी सोनिया गांधी के नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ और मणिशंकर अय्यर द्वारा ‘नीच’ कह कर गाली देने का अंजाम कांग्रेस गुजरात में भुगत चुकी है. सत्ता के लिए बौखलाई कांग्रेस की एक-एक गाली का जवाब देश की जनता अपने वोट की ताकत से देकर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उसे धूल चटा देगी.”

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राबड़ी ने भोजपुरी में किया ट्वीट, निशाने पर नीतीश

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उनका हाल कालिदास जैसा हो गया है. ट्विटर पर सक्रिय राबड़ी ने सीएम को निशाने पर रखते हुए भोजपुरी भाषा में दो ट्वीट किये.पहले ट्वीट में उन्होंने कहा, “ नीतीश के कालीदास जईसन हाल हो गईलबा. उ जवन डाल पर बईठल बाड़न ओकरे के काटतारन. इनका के पिछड़ा वर्ग, अतिपिछड़ा अवरू दलित वर्ग मिल के आगे बढ़वल. ओही वर्ग के आपन निजी हित में ओकरा के आरक्षण से बेदखल करे में लागल बाड़न. मोदी संग ये आरक्षण. नौकरी समाप्त करे में लागलबा.”

राबड़ी देवी ने अपने एक अन्य ट्वीट में नीतीश कुमार को कुर्सी कुमार कहा और साथ ही कहा कि जनता को पीएम और सीएम दोनों से सावधान रहने की जरूरत है.

आरजेडी की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला और भी तीखा होता जा रहा है. तेजस्वी और राबड़ी लगातार लालू यादव के विरोधियों पर ट्विटर के माध्यम से हमला करते रहे हैं.

(सोर्स: प्रभात खबर)

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री की डिग्री रद्द

दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की कानून की डिग्री का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी में मामले को लेकर चल रही आखिरी सुनवाई में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी डिग्री रद्द करने के दो साल पुराने फैसले काे सही ठहराया.

दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने दावा किया था कि उन्होंने सत्र 1994-97 के दौरान मुंगेर के विश्वनाथ सिंह लॉ कॉलेज से पढ़ाई की थी.इस मामले में दिल्ली में साकेत कोर्ट में मामला भी दर्ज किया गया था. इसके बाद अदालत के आदेश पर तोमर को अपना पक्ष रखने की अनुमति दी गई थी.

पूर्व कानून मंत्री तोमर के वकील अभिजीत ने यूनिवर्सिटी पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया. उनका आरोप है कि सोमवार को विश्वविद्यालय ने पूर्व कानून मंत्री की पेशी को लेकर नोटिस जारी किया था. उनके वकील ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गवाहों के क्रॉस एक्सामिनेशन नहीं करने देने का भी आरोप लगाया है. तोमर इस मामले में ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं.

(सोर्स: प्रभात खबर)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×