राजस्थान (Rajasthan) में कथित रूप से दूषित पानी पीने से सैकड़ों लोग की तबीयत खराब हो गई है. यह मामला राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) की हिण्डौनसिटी का है, जहां नलों से आ रहे दूषित पानी को पीने से 12 साल के बच्चे की मौत हो गईं, जबकि सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए हैं. वहीं 17 की हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर किया गया है.
बता दें कि शहर की कॉलोनियों में जलदाय विभाग की टंकी से पानी सप्लाई हो रहा था, जिसे पीने से सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए और उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी. जबकि मंगलवार को सुबह एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई. वहीं मामला बढ़ता देख जलदाय विभाग और प्रशासन अब पानी के सैंपल लेकर जांच में जुटा है. हालांकि मामले की जांच करने पहुंचे जलदाय विभाग को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.
उल्टी दस्त होने के बाद
हिंडौन के शाहगंज के रहने वाले गिरधारी कोली के 12 साल के बेटे देव कुमार को अचानक उल्टी दस्त शुरू हो गया था. जिसके बाद घरवाले मंगलवार सुबह हिंडौन के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
लोगों का कहना है कि, क्षेत्र में 50 साल पुरानी पाइप लाइन और टंकी की सफाई नहीं होने से लोगों के घरों तक गंदा पानी पहुंच रहा है. मंगलवार को बढ़ते मरीजों के कारण अस्पताल के वॉर्ड फुल हो गए. बेड फुल होने की वजह से मेडिकल पर शिशु वॉर्ड में एक पलंग पर दो से तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है.
हालांकि जिला कलेक्टर अंकित कुमार जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का भी निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेकर प्रभावित क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति पर रोक लगा दी है, ताकि इंफेक्शन और नहीं फैले.
पानी के सैंपल लिए हैं, जिसकी जांच आने के बाद पता चलेगा कि पानी सोर्स से दूषित हुआ है या फिर पाइप लाइन में लीकेज के कारण. पीड़ित मरीजों को समय पर उपचार उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है.अंकित कुमार,जिला कलेक्टर
स्थिति कंट्रोल में है. दूषित पानी पीने की बात सामने आई है. पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं अभी रिपोर्ट नहीं आई है.दिनेश चंद मीणा, करौली सीएमएचओ
वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने बयान जारी कर कहा कि, किसी भी राज्य सरकार का कर्तव्य होता है कि राज्य के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, चिकित्सा, स्वच्छ पेयजल, सुरक्षा इत्यादि प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराए, लेकिन कांग्रेस की अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार हर मोर्चे पर राज्य के नागरिकों के कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह विफल है. इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि मुख्यमंत्री प्रदेश के नागरिकों को स्वच्छ पेयजल भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. अपनी कुर्सी बचाने के लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की यात्रा की व्यवस्थाओं में लगे हुए हैं और राज्य के नागरिक भगवान भरोसे हैं.
उन्होंने कहा कि, क्या राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मंत्री एवं अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखा पाएंगे?
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