उत्तर प्रदेश में शुक्रवार सुबह गैंगस्टर विकास दुबे की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, दुबे भागने की कोशिश कर रहा था, इस दौरान हुए एनकाउंटर में वह घायल हो गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
पिछले शुक्रवार को विकास दुबे ने उसे पकड़ने गए एक पुलिस उपाधीक्षक सहित पुलिसकर्मियों के दल पर कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के बिकरु गांव में घात लगाकर हमला कर दिया था. इस गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे. दुबे तब से फरार चल रहा था.
इस बीच खबरें आई थीं कि दुबे फरीदाबाद में छिपा था लेकिन पुलिस की छापेमारी से पहले ही वह, वहां से भाग निकला. इसके बाद गुरुवार सुबह खबर आई कि मध्य प्रदेश पुलिस ने दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है.
गुरुवार सुबह से लेकर अब तक सामने आईं बड़ी बातें
- मध्य प्रदेश पुलिस के मुताबिक, पांच लाख रुपये के इनामी दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था.
- हालांकि गुरुवार पूरे दिन इस तरह की अटकलें भी सामने आती रहीं कि दुबे ने सरेंडर किया है.
- उज्जैन के एसपी मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया, ''आज विकास दुबे महाकाल मंदिर पहुंचा था. उसने एक दुकान से फूल और प्रसाद खरीदे. (दुकान के) मालिक ने उसे टीवी पर देखा था और उसे उसके दुबे होन का संदेह हुआ. उसने मंदिर में प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी को इस बारे में सूचना दी. दुबे ने दर्शन के लिए 250 रुपये का टिकट खरीदा था.''
- एसपी मनोज ने बताया, ''विकास दुबे ने पहले अपना नाम और आईडी गलत बताई. गंभीरता से पूछताछ करने पर उसने विकास दुबे नाम बताया. कन्फर्म करने के लिए हमने यूपी एसएसपी से संपर्क किया.''
- उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एक दल ने गुरुवार को ही उज्जैन पहुंचकर विकास दुबे को अपनी हिरासत में ले लिया था. इसके बाद यह टीम दुबे को कानपुर लेकर आ रही थी. कानपुर पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह दुबे को ला रही टीम की गाड़ी पलट गई.
- कानपुर पुलिस ने बताया, ''कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस का वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे अभियुक्त और पुलिस जन घायल हो गए. इसी दौरान अभियुक्त विकास दुबे ने घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की. पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा. पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की. विकास दुबे घायल हो गया, जिसे तत्काल ही इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान अभियुक्त विकास दुबे की मौत हो गई.''
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विकास दुबे को वापस कानपुर लाने वाले काफिले के पीछे चल रहे मीडियाकर्मियों को (‘एनकाउंटर’ से पहले) पुलिस ने सचेंडी इलाके में रोक दिया था.
इस मामले पर मोहित अग्रवाल, आईजी कानपुर ने बताया कि शुक्रवार सुबह हुए एक्सीडेंट में 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
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