दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की 44 सेकेंड की एक वीडियो क्लिप इस गलत दावे के साथ वायरल हो गई है कि उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया.
हालांकि, उनके भाषण को ध्यान से सुनने पर, ये साफ होता है कि उन्होंने ‘ठलुए’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिसका हिंदी में अर्थ 'बेरोजगार' होता है, और ये आपत्तिजनक नहीं है.
दावा
आम आदमी पार्टी (AAP) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है.
AAP समर्थक अमित मिश्रा और समाजवादी पार्टी के राजीव राय ने भी वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि बीजेपी सरकार ने किसानों को 'गाली' दी.
फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया.
हमने जांच में क्या पाया?
बिधूड़ी ने कालकाजी में ‘यात्रा’ में से अपना ये भाषण 22 दिसंबर को फेसबुक पर शेयर किया था.
वीडियो में 16:38 समय पर, सांसद को 'ठलुए' बोलते हुए सुना जा सकता है, जिसका हिंदी में मतलब 'बेरोजगार' होता है.
हमने वीडियो की स्पीड को कम कर के भी सुना, और तब भी 'ठलुए' शब्द ही सुनाई दिया.
News18 में छपी PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, AAP नेता राघव चड्ढा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, बिधूड़ी ने सफाई में कहा था, “मैंने ठलुआ (बेरोजगार) शब्द का इस्तेमाल किया था, न कि जो चड्ढा ने कहा उसका.”
(SM Hoax Slayer के इनपुट्स के साथ)
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