फ्रांस के पेरिस में पैगंबर मोहम्मद पर कार्टून बनाने के कारण शिक्षक की हत्या के बाद, सोशल मीडिया पर यमन के एक वीडियो को फ्रांस का बताकर शेयर किया जा रहा है. ये वीडियो यमन में पैगंबर के जन्मदिन का है.
दावा
इस वीडियो के साथ लिखा है, "आज फ्रांस है, कल आपका देश हो सकता है."
यूजर गोपाल गोस्वामी ने इस वीडियो को ट्वीट किया, जिसपर 18,700 व्यूज आ चुके थे. इसे अब डिलीट कर दिया गया है.
जब एक यूजर ने ट्वीट के रिप्लाई में कहा कि ये वीडियो फ्रांस का नहीं है, तो गोस्वामी ने दावा किया कि ये मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन का है और वो पीछे हागिया सोफिया मस्जिद देख सकते हैं.
हमें जांच में क्या मिला?
रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें ईरानी ऑनलाइन न्यूज एग्रिगेटर, AhluBayt न्यूज एजेंसी का एक आर्टिकल मिला, जिसमें इन विजुअल्स का इस्तेमाल किया गया है.
आर्टिकल में दावा किया गया कि ये तस्वीरें यमन के सना में पैगंबर मोहम्मद की जयंती का है.
Getty Images पर एक कीवर्ड सर्च करने के बाद, हमें न्यूज एजेंसी AFPTV का एक वीडियो मिला, जिसमें वही विजुअल्स थे जो वायरल वीडियो में थे.
9 नवंबर 2019 के इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, "पैगंबर मोहम्मद की जयंती के लिए येमेनीज और हुथी समर्थक सना में साथ आए."
यही विजुअल्स अमेरिकी टीवी और रेडियो ब्रॉडकास्ट नेटवर्क, VOA की रिपोर्ट में देखे जा सकते हैं.
इसके अलावा, वीडियो में देखी जा सकती मस्जिद तुर्की की हागिया सोफिया नहीं, बल्की यमन के सना शहर की अल सलेह मस्जिद है.
दोनों तस्वीरों में मस्जिद की तुलना नीचे फोटो में देखी जा सकती है.
इससे साफ होता है कि यमन में पैगंबर की जयंती के सेलिब्रेशन को फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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