इंडिया टीवी ने 18 जुलाई के अपने बुलेटिन में एक वीडियो प्रसारित किया जिसमें कुछ लोग भड़काऊ नारेबाजी करते दिख रहे हैं.
इस वीडियो को जयपुर (Jaipur) में नूपुर शर्मा का कथित समर्थन करने के बाद हुई कन्हैयालाल (Kanhaiyalal) की हत्या से जोड़कर चलाया गया. बुलेटिन में एंकर इस वीडियो को कन्हैयालाल पार्ट टू कहते दिख रहे हैं. हालांकि, हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये वीडियो कन्हैयालाल की हत्या से काफी पहले अप्रैल 2021 का है.
दावा
इंडिया टीवी के इस बुलेटिन में एंकर दावा करते दिख रहे हैं कि ये वीडियो कन्हैयालाल मर्डर के बाद कन्हैयालाल की ही दुकान से 100 मीटर दूर काम करने वाले एक सेल्समैन को दी गई धमकी का है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ये वीडियो 19 जुलाई को ट्वीट किया.
पड़ताल में हमने क्या पाया ?
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 15 अप्रैल, 2021 के एक ट्वीट में यही वीडियो मिला.
राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा का कथित तौर पर समर्थन करने के बाद हुई कन्हैयालाल की हत्या 28 जून, 2022 को हुई. जबकि वायरल वीडियो 15 अप्रैल 2021 से ही इंटरनेट पर है, यानी हत्या से काफी पहले. इससे ये तो साबित होता है कि वीडियो का कन्हैयालाल मर्डर केस से कम से कम 10 महीने पुराना है.
जयपुर पुलिस ने एक यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए बताया है कि ये वीडियो अप्रैल 2021 का है.
वीडियो में हमने गौर किया कि कुछ लोग यति नरिसंंहानंद को भी धमकी देते दिख रहे हैं. अब हमने अलग-अलग कीवर्ड्स के जरिए ऐसी रिपोर्ट्स सर्च कीं, जिनसे पता चल सके कि यति नरसिंहानंद को धमकी देते हुए 'सर तन से जुदा' का नारा लगाते लोगों का वीडियो कब का है.
हमें ईटीवी भारत की 19 जुलाई 2022 की रिपोर्ट मिली, जिसमें जयपुर नॉर्थ के डीसीपी परिस देशमुख का इस वीडियो को लेकर दिया गया बयान है. डीसीपी परिस देशमुख इस वीडियो में कह रहे हैं कि वीडियो एक साल पुराना है और इसमें भड़काऊ नारे लगाने वालों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
घाट गेट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, ये वीडियो बड़ा ही आपत्तिजनक है. यह वीडियो अप्रैल 2021 का है और इसमें जो लोग दिख रहे हैं उनपर कार्रवाई की जा चुकी है. वर्तमान में चूंकि ये वीडियो वायरल हो रहा है, जो लोग इसे वायरल करके गलत भ्रामक तथ्य फैला रहे हैं उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी, इस संबंध में रामगंज थाने में एक प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया है. मेरी सभी से अपील है कि इस तरह के वीडियो को आगे फॉरवर्ड न करें.परिस देशमुख, डीसीपी नॉर्थ, सोर्स - ईटीवी
साफ है कि वायरल वीडियो अप्रैल 2021 का है इसका कन्हैयालाल मर्डर केस से कोई संबंध नहीं है.
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