लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) अलग - अलग पूजन सामग्री को दिखाते हुए एक - एक कर बता रही हैं कि इनपर GST नहीं लगता है.
दावा : वीडियो को लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) के बीच शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस ने पूजन सामग्री पर GST लगने का विरोध किया था.
क्या ये सच है ? : दावा सच नहीं है. पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि सुप्रिया श्रीनेत GST का विरोध नहीं कर रही हैं.
ये वीडियो 17 अक्टूबर को हुई सुप्रिया श्रीनेत की प्रेस कॉन्फ्रेंस का है.
पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि सुप्रिया असल में गंगाजल पर GST लगाए जाने का विरोध कर रही थीं.
उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा सरकार ने पहले टैक्स लगाया और फिर जब कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया तो टैक्स हटा लिया.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वीडियो में कही जा रही बातों से जुड़ी कुछ कीवर्ड हमने यूट्यूब पर सर्च किए, तो हमें 17 अक्टूबर को कांग्रेस के ऑफिशियल चैनल पर शेयर किया गया सुप्रिया श्रीनेत का ये पूरा वीडियो मिला.
वीडियो के विजुअल्स को वायरल वीडियो से मिलाने पर साफ हो रहा है कि, वायरल वीडियो इसी का हिस्सा है.
वीडियो में 3:05 मिनट पर सुप्रिया श्रीनेत एक X पोस्ट का प्रिंट आउट दिखाते हुए कहती हैं ''ये इंडिया पोस्ट का ट्वीट है ये सारी चीजें हम आपसे साझा करेंगे. क्योंकि सच को दिखाने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती. और झूठ जो बोलता है उसे बड़ी मेहनत करनी पड़ती है, फिर भी झूठ पस्त हो जाता है. ये इंडिया पोस्ट की ट्वीट है 18 अगस्त की, साफतौर पर कह रहे हैं कि 30 + 18% जीएसटी पर आपको 250 मिलीलीटर की गंगा जल की बोतल मिलेगी. जिस दिन हमारे अध्यक्ष ने ये मामला उठाया और भाजपा के लोगों ने बिना पलक झपकाए झूठ बोला. उस दिन का इंडिया पोस्ट का ये पे ऑर्डर है, साफतौर पर अंकित है कि 30 रुपए की ये बोतल है और 18% जीएसटी.''
सुप्रिया आगे कहती हैं ''जब कांग्रेस ने ये मुद्दा उठाया तो इस झूठ से बचने के लिए सरकार ने आनन फानन में इंडिया पोस्ट से 18% जीएसटी गायब कराया. लेकिन, ये बाद में हुआ. पहले 18% जीएसटी यहां अंकित है.''
सुप्रिया अब इंडिया पोस्ट का पे ऑर्डिर दिखाती हैं, जिसमें साफ लिखा है कि 30 रुपए पर 18% जीएसटी लगा हुआ है.
श्रीनेत अब आगे 12 अक्टूबर के ऑर्डर का जिक्र करती हैं, जिसमें साफ लिखा है कि ''8 अगस्त और 3 अक्टूबर के ऑर्डर को वापस माना जाए और गंगा जल पर कोई GST नहीं लगेगा.''
वो कहती हैं कि ऐसा लिखे होने का सीधा मतलब ये है कि पहले गंगाजल पर GST लगाया गया था बाद में हटाया गया.
5:26 मिनट पर कांग्रेस प्रवक्ता ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम का एक स्क्रीनशॉट दिखाया.
वो कहती हैं कि यहां 10 पूजा सामग्री ऐसी हैं जिनपर GST नहीं लगाया गया था.
वीडियो में 6:09 मिनट पर श्रीनेत बताती हैं कि कौन-कौन सी पूजा सी जुड़ी चीजें GST में नहीं आती हैं. वीडियो का यही हिस्सा वायरल है.
7:09 मिनट पर सुप्रिया श्रीनेत कहती हैं कि अब तक गंगा जल का नाम उन सामानों की लिस्ट में नहीं है, जिन्हें GST में छूट दी गई है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के आखिर में सुप्रिया बीजेपी पर खुद को धर्म का ठेकेदार दिखाते हुए धार्मिक लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाती हैं.
सुप्रिया ने अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का सार 17 अक्टूबर को X पर पोस्ट भी किया था
निष्कर्ष : साफ है कि सुप्रिया श्रीनेत का अधूरा वीडियो गलत संदर्भ के साथ इस गलत दावे से वायरल है कि कांग्रेस पूजन सामग्री पर टैक्स ना लगाए जाने से नाखुश है. असलियत ये है कि इस पूरे वीडियो में सुप्रिया श्रीनेत गंगाजल पर टैक्स लगाए जाने का विरोध कर रही हैं.
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