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फिलिस्तीनी नकली चोटें दिखाकर कर रहे इजरायल को बदनाम? गलत दावा

इजरायल-फिलिस्तीन विवाद से जोड़ के 2017 का वीडियो शेयर किया जा रहा है. इसमें वीडियो शूट के पहले मेकअप किया जा रहा है.

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इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी हिंसा के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ आर्टिस्ट बच्चों से लेकर बड़ों तक यानी सभी आयु वर्ग के लोगों का मेकअप करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि फिलिस्तीनी अपनी झूठी चोटों का बहाना करके इजरायल की गलत छवि पेश कर रहे हैं.

हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि ये वीडियो करीब 4 साल पुराना है. जिसमें मेकअप आर्टिस्ट, फ्रेंच चैरिटी 'डॉक्टर्स ऑफ द वर्ल्ड' के एक प्रोजेक्ट के लिए मेकअप करते हुए नजर आ रहे हैं.

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दावा

वीडियो को कई लोगों ने इस दावे से शेयर किया है, ''गाजा में किस तरह मुसलमानो को पीड़ित दिखाए जाने के लिए इंटरनेशनल लेवल पर किस तरह बच्चो को रंगा पोता जा रहा है ताकि वो खून से सने दिख सके और इजरायल को बदनाम किया जा सके ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

इस क्लिप को कई यूजर्स ने फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

क्विंट की WhatsApp टिपलाइन में भी इस दावे से जुड़ी कई क्वेरी आई हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने वीडियो वेरफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल करके वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और मिले कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें TRT World की 2 मार्च को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जिसमें इस वीडियो के बड़े वर्जन का इस्तेमाल किया गया था. TRT World टर्की राज्य के स्वामित्व वाला न्यूज चैनल है.

वीडियो में एंकर मरियम सालेह के बारे में बताती हुई नजर आ रही है. मरियम फिलिस्तीन फिल्म इंडस्ट्री की मेकअप आर्टिस्ट हैं. मरियम ने पारंपरिक रूप से चले आ रहे इस पुरुष प्रधान बिजनेस में अपनी पहचान बनाई है. जिन्होंने खुद से सीखा है कि कैसे किसी फिल्म में नकली खून को असली की तरह दिखाया जाता है.

रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि सालेह ने 'डॉक्टर्स ऑफ द वर्ल्ड' के प्रोजेक्ट में काम कर रहे एक्टर्स पर ''डरावनी दिखने वाली चोटों'' को दिखाने का काम किया. 'डॉक्टर्स ऑफ द वर्ल्ड' एक फ्रेंच चैरिटी है जिसका उद्देश्य गाजा के निवासियों के सामने आने वाले खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

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यहां पर आप दोनों वीडियो के एक फ्रेम के बीच तुलना देख सकते हैं.

इसके अलावा, वीडियो में करीब 16वें सेकंड के आसपास आप बैकग्राउंड में एक बैनर भी देख सकते हैं जिसमें लिखा है ‘simulation’. क्रू मेंबर्स की जैकेट में भी फ्रेंच चैरिटी का लोगो देखा जा सकता है. जिसमें लिखा है Médecins du Monde यानी 'डॉक्टर्स ऑफ द वर्ल्ड'.

हमने ध्यान से देखने पर पाया कि वायरल वीडियो में ‘Gaza Post’ लिखा हुआ एक लोगो दिख रहा है.

हमने रिवर्स इमेज सर्च का इस्तेमाल करते हुए, समय के हिसाब से सर्च रिजल्ट को फिल्टर करने वाले गूगल के टूल का इस्तेमाल किया. इससे, हमें यूट्यूब पर 15 फरवरी 2017 का एक पुराना वीडियो मिला. इसे غزةi بوست (The Gaza Post News) नाम के चैनल ने अपलोड किया था.

करीब 2 मिनट 10 सेकंड के वीडियो में आगे और भी जानकारी मिली. हमने देखा कि मेकअप आर्टिस्ट के जैकेट में पीछे की ओर एक कार्टून ग्राफिक्स था जिसमें लिखा था ‘Special Effect Make-Up’ (स्पेशल इफेक्ट मेकअप).

मतलब साफ है कि वीडियो में दिख रहे गाजा के निवासी सहानुभूति लेने के लिए चोटों का नाटक नहीं कर रहे हैं. ये फरवरी 2017 का वीडियो है जिसमें मरियम सालेह के काम के बारे में बताया गया है कि कैसे उन्होंने गाजा की फिल्म इंडस्ट्री में एक महिला स्पेशल इफेक्ट मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर खुद को साबित किया है.

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