दावा
फेसबुक पर कुछ तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी सैनिक सफेद झंडा लिए भारतीय सेना से युद्ध-विराम के लिए कह रहे हैं. पोस्ट में लिखा है कि ये पीएम मोदी और 'मोटा भाई' की थेरेपी और सर्जिकल स्ट्राइक में सेना के प्रयास का नतीजा है.
ये पोस्ट बंगाली में लिखा गया है, जिसका मतलब कुछ यूं निकलता है: 'ये सर्जिकल स्ट्राइक में हमारी सेना के वीरतापूर्ण प्रयास का नतीजा है. पाकिस्तानी सेना, सफेद झंडा फहरा रही है, शांति और युद्धविराम के लिए कह रही है. अपनी सेना पर गर्व कीजिए और कहिए, 'जय जवान'. भारत माता की जय.'
इस फोटो को इसी दावे के साथ फेसबुक पर काफी शेयर किया गया है. कश्मीर में चल रहे तनाव के बीच इसे सेना की जीत बताया जा रहा है.
सच या झूठ?
वायरल हो रही ये फोटो असली है, लेकिन इसके साथ किया जा रहा दावा झूठा है. ये फोटो करीब एक महीने पुरानी है, जब भारतीय सेना ने पाकिस्तानी बच्चे के शव को पाक सेना को सौंपा था. बच्चा नदी में डूब गया था और बहकर एलओसी के इस तरफ आ गया था.
हमें जांच में क्या मिला?
रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें इस घटना पर रिपोर्ट्स मिलीं.
हमें जांच में मिला कि ये फोटो 11 जुलाई 2019 की है, जब भारतीय सेना ने पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के सात साल के बच्चे को पाक आर्मी को सौंपा था. ये बच्चा किशनगंगा में डूब गया था और उसका शव बह कर भारतीय क्षेत्र में आ गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे का शव जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में निकाला गया. हालांकि उस समय बच्चे का शव नहीं सौंपा जा सका, क्योंकि पाकिस्तानी सेना इसे किसी एक्सचेंज प्वाइंट पर लेना चाहती थी, जो गुरेज से काफी दूर था.
बच्चे का शव तब तक गुरेज में रखा गया जब तक पाकिस्तान इसे गुरेज के चोरवान बॉर्डर पर लेने के लिए राजी हुआ. चोरवान बॉर्डर पर दोपहर करीब दो बजे भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को बच्चे का शव सौंपा.
जर्नलिस्ट आदित्य राज कौल ने इसकी कुछ तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर कीं, जिसमें भारतीय और पाकिस्तानी सेना को देखा जा सकता है.
जर्नलिस्ट के पोस्ट में वही तस्वीरें हैं, जो वायरल फेसबुक पोस्ट में थीं. पाकिस्तानी सेना सफेद झंडा लिए भारतीय सेना की तरफ बढ़ रही है. ये एक स्टैंडर्ड प्रक्रिया है, जो दो देशों की सेना मिलते वक्त फॉलो करती हैं.
भारतीय सेना के ऑफिशियल हैंडल, ADGPI- भारतीय सेना ने भी फेसबुक पर इससे कुछ वीडियो शेयर किए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)