क्या है दावा?
सोशल मीडिया पर एक फोटो तेजी से वायरल हो रही है. इस फोटो में खून से लथपथ एक महिला कुछ पुलिसकर्मियों के साथ खड़ी नजर आ रही है. साथ ही ये दावा किया जा रहा है कि इस महिला को पुलिसकर्मियों ने ही पीटा है.
ऐसे में फेसबुक पर एक पोस्ट बहुत ज्यादा शेयर किया जा रहा जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम पर तंज कसा जा रहा है. इस पोस्ट में लिखा है, ''यही है मोदी सरकार बेटी बचाओ, इतना शेयर करो कि इसको सजा मिल जाए. अगर आप से नहीं चल पा रहा है तो मोदी इस्तीफा दो कुर्सी छोड़ो अब पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी.''
ये पोस्ट यहां भी देख सकते हैं.
सच क्या है?
हमारी पड़ताल में पता चला है कि ये फोटो साल 2016 की एक वीडियो का स्क्रीनशॉट है. ये वीडियो उत्तर प्रदेश के मैनपुरी का है. इस वीडियो में एक महिला और उसके पति को पीटा गया है. महिला और उसके पति की कुछ लोगों के साथ बहस हो गई थी, बाद में मारपीट शुरू हो गई.
हमें क्या मिला?
गूगल रिवर्स इमेज सर्च से हमें इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना साल 2016 की है. इसके अलावा भी कई मीडिया रिपोर्ट्स हमें मिली. एक खबर हमने द क्विंट की वेबसाइट पर भी पब्लिश की थी. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक ये घटना यूपी के मैनपुरी की है.
ये घटना मैनपुरी के किशनी गांव के एक बाजार में हुई थी, पीड़ित ने आरोपी से एक दुकान का पता पूछा था. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई. इस बीच आरोपी ने पीड़ित से अपने साथ कहीं चलने के लिए भी कहा. आरोपी ने गालियां देनी शुरू कर दी और नौबत यहां तक आ गई कि उसने लाठी से मारना शुरू कर दिया. ये घटना दिन दहाड़े घटी और आसपास के लोग तमाशबीन बने देखते रहे. मारपीट में वायरल फोटो में दिख रही महिला भी जख्मी हो गई थी.
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