देश में नागरिकता कानून के खिलाफ जब से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है, तभी से फेक न्यूज की फैक्ट्री भी काफी सक्रिय हो गई है. ऐसा ही एक नया दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि हरिद्वार में सीएए के समर्थन में हिंदू साधुओं की भारी भीड़ इकट्ठा हुई.
वीडियो के साथ किए जा रहे दावे में लिखा है, 'पीएम मोदी के नागरिकता कानून के समर्थन में हरिद्वार में साधुओं, आगोराओं का एक जुलूस. कोई नहीं जानता कि ये लोग कहां रहते हैं और इन्हें कैसे मैसेज मिल रहा है. कोई पथराव नहीं, कोई गलत नारे नहीं, ना बसें जल रही हैं, न पुलिस पर कोई हमला, न पाक जिंदाबाद और न ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान.'
इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया जा रहा है.
सच या झूठ?
क्विंट ये कंफर्म करता है कि ये वीडियो पुराना है और गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. ये वीडियो में हरिद्वार में सीएए के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं, बल्कि ये मार्च 2019 में हुए इलाहाबाद के कुंभ मेला का है.
हमें जांच में क्या मिला?
हमने Yandex सर्च इंजन के जरिए रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने पाया कि ऐसे कई ट्वीट हैं जो बताते हैं कि ये वीडियो 2019 प्रयागराज कुंभ मेला से है.
इसके बाद हमने 'नागा साधू प्रयागराज कुंभ मेला 2019' शब्दों को गूगल सर्च किया और हमें कई यूट्यूब वीडियो मिले, जिसे पता चला कि ये वीडियो असल में मार्च 2019 का है.
हमने एक लोकल जर्नलिस्ट से भी बात की, जिसने हमें बताया कि इस वीडियो का सीएए प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है और ये वीडियो 2019 कुंभ मेला का ही है. इससे साफ होता है कि ये वीडियो सीएए प्रदर्शन शुरू होने से पहले का है.
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