सोशल मीडिया पर संसद में भाषण देते राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल है, इसमें राहुल (Rahul Gandhi) कहते दिख रहे हैं ''लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था''. वीडियो शेयर कर राहुल पर तंज कसा जा रहा है कि उन्हें रामायण के बारे में जानकारी नहीं है.
पर सच ये है कि... वायरल वीडियो अधूरा है. राहुल के वाक्य का अधूरा हिस्सा गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. असल में राहुल का पूरा वाक्य कुछ यूं था - ''भाईयों और बहनों लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था. राम ने रावण को नहीं मारा था, रावण के अहंकार ने रावण को मारा था.''
संसद टीवी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 9 अगस्त 2023 को दिया गया राहुल का ये पूरा भाषण है. भाषण में राहुल को 30 मिनट 21 सेकंड के बाद ये पूरा वाक्य कहते हुए सुना जा सकता है.
भाषण में राहुल गांधी मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहते हैं ''महोदय, नरेंद्र मोदी जी हिंदुस्तान की आवाज नहीं सुनते हैं. अगर हिंदुस्तान के दिल की आवाज नहीं सुनते हैं, तो किसकी आवाज नहीं सुनते ? दो लोगों की आवाज सुनते हैं.'' ....
फिर थोड़े व्यवधान के बाद वे कहते हैं ''रावण दो लोगों की सुनता था, मेघनाद और कुंभकरण. वैसे ही नरेंद्र मोदी जी दो लोगों की सुनते हैं, अमित शाह और अडाणी. भाईयों और बहनों लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था. राम ने रावण को नहीं मारा था, रावण के अहंकार ने रावण को मारा था.''
क्यों है राहुल के क्लिप पर बवाल : राहुल गांधी क्लिप में कहते हैं ''हनुमान ने लंका को नहीं जलाया''. दरअसल, हिंदू धर्म की पौराणिक कथा 'रामायण' में हनुमान ने लंका में आग लगाई थी, जहां रावण का शासन था. वीडियो क्लिप शेयर कर ये साबित करने की कोशिश हो रही है कि राहुल को ये पौराणिक कथा ही नहीं पता.
निष्कर्ष : मतलब साफ है कि अपने भाषण में राहुल गांधी रावण के बारे में कहते हुए पीएम मोदी पर निशाना साध रहे थे, भाषण में राहुल के एक वाक्य का अधूरा हिस्सा गलत दावे से वायरल है.
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