सोशल मीडिया पर Mukesh Ambani की Reliance Jio की एक कथित 'प्रेस रिलीज' की फोटो शेयर हो रही है. दावा किया जा रहा है कि कंपनी फेडरल बैंक का अधिग्रहण करने जा रही है.
हालांकि, हमने पाया कि ये सच नहीं है, इसके अलावा हमें वायरल 'प्रेस रिलीज' में ऐसी कई चीजें मिलीं, जिसके आधार पर हमें पता चला कि ये ऑफिशियल नहीं है.
दावा
प्रेस रिलीज की हेडलाइन है, ''रिलायंस जियो करेगी फेडरल बैंक का 10 अरब डॉलर में अधिग्रहण''. इसमें आगे बताया गया है कि कंपनी इस अधिग्रहण के साथ बैंकिंग इंडस्ट्री में भी प्रवेश करेगी.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमें वायरल 'प्रेस रिलीज' में कई ऐसी गलतियां नजर आईं जिनसे पता चलता है कि ये ऑफिशियल नहीं है. आइए एक-एक करके उन पर नजर डालते हैं.
1. फेडरल बैंक की गलत मार्केट वैल्यूएशन
'प्रेस रिलीज' के मुताबिक, "RJIL ने फेडरल बैंक को कुल 73,616 करोड़ रुपये (टैक्स के साथ) का भुगतान करके स्वामित्व लिया है."
फेडरल बैंक का मार्केट वैल्यूएशन 20 सितंबर को 17355.33 करोड़ रुपये था. वहीं प्रेस रिलीज में इस आंकड़े को गलत बताया गया है, जिसे 73,616 करोड़ रुपये बताया गया है.
2. क्या कॉरपोरेट्स बैंक का कर सकते हैं अधिग्रहण?
अक्टूबर 2020 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इंटर्नल वर्किंग ग्रुप की रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में सिफारिश की गई थी कि बड़े कॉर्पोरेट्स को इस बात की मंजूरी दी जा सकती है कि वो बैंकों को प्रमोट कर सकें.
रिपोर्ट में कहा गया है, "बड़े कॉरपोरेट/औद्योगिक घरानों को बैंकों और अन्य वित्तीय और गैर-वित्तीय समूह संस्थाओं के बीच जुड़े उधार और एक्सपोजर से निपटने के लिए बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 में जरूरी संशोधनों के बाद ही बैंकों को प्रमोट करने की अनुमति दी जा सकती है."
हालांकि, ये सिर्फ एक सिफारिश थी और अभी तक इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है. मोटे तौर पर, कॉरपोरेट्स, बैंक का अधिग्रहण नहीं कर सकते.
प्रेस रिलीज का टेक्स्ट?
हमें The Economic Times की 2016 की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें बताया गया था कि फेडरल बैंक और रिलायंस जियो ने वन-क्लिक पेमेंट सर्विस के लिए आपस में एग्रीमेंट किया था.
हालांकि, हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें इस बात का जिक्र हो कि टेलीकॉम कंपनी फेडरल बैंक का अधिग्रहण कर रही है.
गुरुवार, 16 सितंबर की CNBC TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस जियो ने वायरल 'प्रेस नोट' के बारे में मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और इसे "फेक" बताया है.
मतलब साफ है कि वायरल 'प्रेस रिलीज' के जरिए ये झूठा दावा किया जा रहा है कि रिलायंस जियो, फेडरल बैंक का अधिग्रहण करने जा रहा है.
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