हिंदू देवी सरस्वती की तस्वीर को लात मारते शख्स का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि ये शख्स मुस्लिम समुदाय से है, साथ ही वायरल पोस्ट में इस शख्स को गिरफ्तार करने की भी मांग की गई है.
(यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखें)
ये मामला कहां का है ? : ये घटना 28 दिसंबर 2022 को गुजरात के छोटा उदयपुर में हुई थी.
और सच क्या है ? : वीडियो में दिख रहा शख्स योगेश रथवा है, जो कि शराब के नशे में गेलेसर गांव के प्राइमरी स्कूल में देवी की फोटो को लात मार रहा है.
क्विंट ने गुजरात के छोटा उदयपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) धर्मेंद्र शर्मा से संपर्क किया. उन्होंने वीडियो को लेकर किए जा रहे सांप्रदायिक दावों को गलत बताया.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : इनविड टूल के जरिए हमने वीडियो को की-फ्रेम में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च किया.
हमें आज तक की रिपोर्ट में यही वायरल वीडियो मिला. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ये घटना गुजरात के छोटा उदयपुर जिले की है.
छोटा उदयपुर के SP धर्मेंद्र शर्मा ने क्विंट को बताया ''वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स मुस्लिम समुदाय से नहीं है. वह योगेश राठवा नाम का हिंदू आदिवासी शख्स है, जिसने शराब के नशे में ये सब किया. घटना के बाद शख्स को गिरफ्तार किया जा चुका है.''
FIR में क्या बताया गया है ? : हमें इस केस की FIR भी मिली. इसमें बताया गया है कि 28 दिसंबर 2022 को योगेश राठवा क्वांट थाने के एक पुलिसकर्मी को पेट्रोलिंग के दौरान नशे की हालत में मिला था.
FIR में बताया गया है कि इस शख्स ने खुद का नाम योगेशभाई विष्णुभाई राठवा बताया. साथ ही ये भी कुबूल किया कि उसके पास शराब पीने का परमिट नहीं है (गुजरात में शराब बंदी है, बिना परमिट के नहीं पी सकते हैं).
आगे बताया गया है कि चूंकि राठवा नशे की हालत में मिला था, इसलिए उसपर धारा 66(1)B के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
हालांकि, FIR में कहीं भी उस घटना का जिक्र नहीं है जब राठवा ने देवी की तस्वीर को लात मारी.
प्रेस नोट : इस केस को लेकर जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया है कि शख्स ने शराब पीने के बाद स्कूल में तोड़ फोड़ की थी.
आगे बताया गया है कि योगेश पुलिस को पेट्रोलिंग ड्यूटी के दौरान गुजरात के गेलसर गांव में प्राइमरी स्कूल के पास मिला था. इस शख्स को पहले हिरासत में लिया गया फिर छोड़ दिया गया.
प्रेस नोट के मुताबिक, राठवा स्कूल में गुजराती और अंग्रेजी भाषा पढ़ाता है. हालांकि, आगे की कार्रवाई के लिए स्कूल प्रबंधन को मामले की जानकारी दे दी गई. .
पड़ताल का निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है. वीडियो में दिख रहा शख्स हिंदू समुदाय से ही है, जिसने नशे की हालत में हिंदू देवी सरस्वती की फोटो पर लात मारी.
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