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तालिबान की भारत को धमकी से लेकर कोरोना वैक्सीन से कैंसर जैसे झूठे दावों का सच

इस हफ्ते कोरोना वैक्सीन और अफगानिस्तान को लेकर किए गए झूठे दावों का सच

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एक तरफ देश की पूरी आबादी का वैक्सीनेशन चुनौती बना हुआ है तो वहीं दूूसरी तरफ वैक्सीन (Corona Vaccine) से जुड़ी अफवाहें फिर सिर उठाने लगी हैं. इस हफ्ते सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि वैक्सीन से कैंसर हो सकता है. इंदौर में मुस्लिम चूड़ी वाले की पिटाई को जस्टिफाई करने के लिए कई तस्वीरों, वीडियोज को गलत सांप्रदायिक रंग देकर इस हफ्ते शेयर किया गया. वहीं अफगानिस्तान (Afghanistan) से जुड़े भ्रामक दावों का सिलसिला भी जारी रहा. एक नजर में जानिए इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए झूठे और भ्रामक दावों का सच.

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1. तालिबान से मिली भारत को धमकी?

एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो तालिबान का है और अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान ने भारत को भी धमकी दी है.

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें PAKISTAN TIMES OFFICIAL नाम के फेसबुक पेज पर 2019 में अपलोड किया गया यही वीडियो मिला. इससे स्पष्ट होता है कि वीडियो हाल का नहीं कम से कम 2 साल पुराना है. वीडियो का अफगानिस्तान की हालिया स्थिति से कोई संबंध नहीं है

पूरी पड़ताल यहां देखें

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2. कोरोना वैक्सीन से हो सकता है कैंसर?

दावा किया जा रहा है कि कोविड 19 वैक्सीन में ग्रैफीन ऑक्साइड नाम का ऐसा तत्व होता है जिससे कैंसर होने का खतरा है. ये दावा स्पेन की अल्मेरिया यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध से आया.

"Stew Peters Show" का एक वीडियो वायरल हुआ.. वीडियो में खुद को हेल्थ एक्सपर्ट बता रही महिला जैन रूबी फाइजर वैक्सीन में मिलाए जाने वाले तत्वों के बारे में बात करती देखी जा सकती है.

रूबी ने दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन में ग्रैफीन ऑक्साइड होता है. रूबी का दावा है कि फाइजर वैक्सीन में 99.99% ग्रैफीन ऑक्साइड होता है. वीडियो का यह हिस्सा फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर कई यूजर्स ने शेयर किया.

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हमने भारत में उपलब्ध सभी वैक्सीन में इस्तेमाल होने वाले तत्वों की लिस्ट (Ingredients List) चेक की. कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी वैक्सीन में ग्रैफीन ऑक्साइड नहीं होता.

हमने दुनिया भर में इस्तेमाल हो रही अन्य वैक्सीनों जैनसेन, मॉडर्ना, फाइडर और सिनोवेक में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की जानकारी भी चेक की. इनमें से किसी वैक्सीन में भी ग्रैफीन ऑक्साइड के इस्तेमाल का जिक्र नहीं है.

वायरोलॉजिस्ट सत्यजीत रथ ने भी क्विंट से बातचीत में बताया कि अब तक जिन कोरोना वैक्सीन को लाइसेंस मिला है, उनमें से किसी में भी ग्रैफीन ऑक्साइड का इस्तेमाल नहीं हुआ.

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3.  पानी में पेशाब मिलाता आरोपी मुस्लिम नहीं

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, दावा किया जा रहा है कि स्ट्रीट फू़ड बेचने वाला जो शख्स कथित तौर पर पानी में पेशाब मिला रहा है वो मुस्लिम समुदाय से है.


वीडियो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है - पहले जग में पेशाब किया और वह पेशाब पीने वाले पानी में आधा डाला और आधा बाहर फेंक दिया ताकि ग्राहक को भी पता ना चले बाहर खाने पीने के शौकीन लोगों इन जिहादियों का क्या करोगे"

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हमें 'Time8' का एक आर्टिकल मिला. इसमें वायरल वीडियो का ही स्क्रीनशॉट था और बताया गया था कि ये घटना असम के गुवाहाटी में हुई थी. हमने भरालुमुख पुलिस स्टेशन के इनचार्ज ऑफिसर ज्योति लहन से संपर्क किया. जिन्होंने बताया कि आरोपी मुस्लिम समुदाय से नहीं है.

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4. महाभारत को लेकर ये विवादास्पद फोटो Myntra ने बनाई?

सोशल मीडिया पर महाभारत से संबंधित एक विवादास्पद फोटो शेयर हो रही है. दावा किया जा रहा है कि ई-कॉमर्स वेबसाइट Myntra ने भारतीय देवताओं का अपमान किया है.

वायरल फोटो 5 साल पुरानी है. इसे Myntra ने नहीं, बल्कि साल 2016 में ScrollDroll नाम की एक वेबसाइट ने बनाया था. हमें Times Of India पर इस विवादास्पद फोटो को लेकर जो रिपोर्ट मिली, उसमें भी यही बताया गया था कि इस फोटो को ScrollDroll ने बनाया है, जिसका गुस्सा Myntra को झेलना पड़ रहा है.

पूरी पड़ताल यहां देखें

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5. तालिबानी नेता अब्दुल गनी के अफगानिस्तान राष्ट्रपति भवन में घुसने की नहीं है ये फोटो

सोशल मीडिया पर Taliban नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की एक फोटो शेयर की जा रही है.दावा किया जा रहा है कि अब्दुल गनी काबुल में राष्ट्रपति भवन में घुसता हुई दिखाई दे रहा है.

ये फोटो हाल की नहीं, बल्कि मार्च की है, जब तालिबान का सह-संस्थापक मुल्ला बरादर तालिबान के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ रूस के मॉस्को में हुई एक अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन में शामिल होने पहुंचा था.

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