तीन मध्य एशियाई देशों में मंगलवार, 25 जनवरी को भारी ब्लैकआउट (Blackout) के बाद लाखों लोग बिजली के बिना रह गए. न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार कभी सोवियत रूस के अंग रहे इन देशों के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. हालांकि इस ब्लैकआउट के लिए जिम्मेदार कारणों का पता अभी साफ तौर पर नहीं लगा है.
इस रिपोर्ट के अनुसार किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान की राजधानियों के साथ-साथ कजाकिस्तान के आर्थिक केंद्र माने-जाने वाले अल्माटी को स्थानीय समय के अनुसार लगभग दोपहर के भोजन के समय ब्लैकआउट का सामना करना पड़ा.
स्थानीय मीडिया और अधिकारियों ने रिपोर्ट किया कि ब्लैकआउट का असर इन तीन देशों के अंदरूनी प्रांतों में भी देखा गया.
ब्लैकआउट का कारण क्या था ?
उज्बेकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी किया और बताया कि कजाकिस्तान के पावर ग्रिड में एक दुर्घटना के कारण ब्लैकआउट हुआ था.
"कजाकिस्तान के पावर ग्रिड में एक बड़ी दुर्घटना के कारण अल्माटी, श्यामकेंट, तारास, तुर्केस्तान (क्षेत्रों) और आस-पास के क्षेत्रों के शहरों में बिजली गुल हो गई थी"
गौरतलब है कि इन मध्य एशियाई देशों ने अपने पावर ग्रिड पर गर्मी के मौसम का प्रभाव देखा है जिसने किर्गिस्तान में जलविद्युत (हाइड्रोपावर) क्षमता को प्रभावित किया है. विशेष रूप से कजाकिस्तान में इस क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग में बूम के कारण पावर ग्रीड पर हद से ज्यादा लोड पड़ रहा.
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