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रूस करेगा परमाणु हथियार तैनात, क्या ये 'अप्रसार समझौतों' का उल्लंघन नहीं?

Russia Nuclear Weapons: अप्रसार समझौता एक बहुदेशीय संधि है जिस पर 1968 में हस्ताक्षर हुआ था और जो 1970 से लागू है.

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रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को एक साल से अधिक समय हो चुका है. इस बीच, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा है कि रूस ने अपने क्षेत्र में परमाणु हथियार तैनात करने के लिए पड़ोसी देश बेलारूस के साथ एक समझौता किया है. उन्होंने शनिवार 25 मार्च को कहा कि इस समझौते से "अप्रसार समझौतों" (Non- Proliferation Agreement) का उल्लंघन नहीं होगा.

रूस करेगा परमाणु हथियार तैनात, क्या ये 'अप्रसार समझौतों' का उल्लंघन नहीं?

  1. 1. क्या है अप्रसार समझौता?

    अप्रसार समझौता एक बहुदेशीय संधि (कई देशों का समझौता) है जिस पर 1968 में हस्ताक्षर हुआ था और जो 1970 से लागू है. मौजूदा समय में इसमें 190 सदस्य हैं. इसका उद्देश्य परमाणु अस्त्रों के प्रसार को तीन तरीके से रोकना है- अप्रसार, निरस्त्रीकरण (Disarmament)और परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग है.

    रूस कैसे न्यूक्लिर सुपरपावर है?

    दुनिया में नौ देश-चीन, फ्रांस, भारत, इसराइल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन के पास परमाणु हथियार हैं. इसमें से सबसे अधिक परमाणु हथियार पूरी दुनिया में रूस (दुनिया का करीब 90 फीसदी) के पास हैं. चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन उन 191 देशों में शामिल हैं जिन्होंने अप्रसार समझौते पर हस्ताक्षर किया हुआ है. इस समझौते के तहत इन देशों को अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को सैद्धांतिक तौर पर पूरी तरह से खत्म करना है.

    रूस के पास कितने न्यूक हेड हैं?

    BBC में 2022 में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस के पास दुनिया भर में 5,977 परमाणु हथियार हैं. इनमें से 1,500 एक्सपायर होने वाले हैं या पुराने हो जाने के कारण जल्द ही उन्हें तबाह कर दिया जाएगा. हालांकि इनका दोबारा उपयोग किया जा सकता है. बाकी के 4,500 हथियारों को रणनीतिक परमाणु हथियार माना जाता है. इनमें बैलिस्टिक मिसाइलें और रॉकेट्स शामिल हैं जो लंबी दूरी तक मार कर सकते हैं. यही हथियार हैं जिन्हें परमाणु युद्ध के साथ जोड़कर देखा जाता है.

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  2. 2. कौन देता है परमाणु हथियार को लॉन्च करने की इजाजत?

    रूस ने 2889 परमाणु वॉरहेड को रिजर्व रखा है. इनका उपयोग "रेडी टू फायर मिसाइलों" के खत्म होने के बाद किया जा सकता है. रूस ने 1588 परमाणु वॉरहेड को हमले के लिए तैनात रखा है. हमले के लिए तैनात परमाणु वॉरहेड में से 812 जमीन से हमला करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाए गए हैं. 556 परमाणु वॉरहेड्स को पनडुब्बी से लांच किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाया गया है. इसके अलावा 200 परमाणु वॉरहेड्स को हैवी बॉम्बर्स बेस पर तैनात किया गया है.

    जानकारी के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति के पास ही परमाणु हथियार का उपयोग करने की शक्ति है. उनके पास ही परमाणु मिसाइलों के कोड वाला न्यूक्लियर ब्रीफकेस होता है. ये ब्रीफकेस हमेशा राष्ट्रपति के आसपास होता है. जब वो सोते हैं तब भी वो उनसे 10-20 मीटर के दायरे में रखा होता है.

    रूस पर किसी हमले की नौबत आने पर ब्रीफकेस का अलार्म बजने लगता है और फ्लैशलाइट जलने लगती है, जिससे राष्ट्रपति को तुरंत ब्रीफकेस के पास पहुंचकर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संपर्क साधना होता है.

    (क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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क्या है अप्रसार समझौता?

अप्रसार समझौता एक बहुदेशीय संधि (कई देशों का समझौता) है जिस पर 1968 में हस्ताक्षर हुआ था और जो 1970 से लागू है. मौजूदा समय में इसमें 190 सदस्य हैं. इसका उद्देश्य परमाणु अस्त्रों के प्रसार को तीन तरीके से रोकना है- अप्रसार, निरस्त्रीकरण (Disarmament)और परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग है.

रूस कैसे न्यूक्लिर सुपरपावर है?

दुनिया में नौ देश-चीन, फ्रांस, भारत, इसराइल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन के पास परमाणु हथियार हैं. इसमें से सबसे अधिक परमाणु हथियार पूरी दुनिया में रूस (दुनिया का करीब 90 फीसदी) के पास हैं. चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन उन 191 देशों में शामिल हैं जिन्होंने अप्रसार समझौते पर हस्ताक्षर किया हुआ है. इस समझौते के तहत इन देशों को अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को सैद्धांतिक तौर पर पूरी तरह से खत्म करना है.

रूस के पास कितने न्यूक हेड हैं?

BBC में 2022 में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस के पास दुनिया भर में 5,977 परमाणु हथियार हैं. इनमें से 1,500 एक्सपायर होने वाले हैं या पुराने हो जाने के कारण जल्द ही उन्हें तबाह कर दिया जाएगा. हालांकि इनका दोबारा उपयोग किया जा सकता है. बाकी के 4,500 हथियारों को रणनीतिक परमाणु हथियार माना जाता है. इनमें बैलिस्टिक मिसाइलें और रॉकेट्स शामिल हैं जो लंबी दूरी तक मार कर सकते हैं. यही हथियार हैं जिन्हें परमाणु युद्ध के साथ जोड़कर देखा जाता है.

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रूस ने 2889 परमाणु वॉरहेड को रिजर्व रखा है. इनका उपयोग "रेडी टू फायर मिसाइलों" के खत्म होने के बाद किया जा सकता है. रूस ने 1588 परमाणु वॉरहेड को हमले के लिए तैनात रखा है. हमले के लिए तैनात परमाणु वॉरहेड में से 812 जमीन से हमला करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाए गए हैं. 556 परमाणु वॉरहेड्स को पनडुब्बी से लांच किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाया गया है. इसके अलावा 200 परमाणु वॉरहेड्स को हैवी बॉम्बर्स बेस पर तैनात किया गया है.

कौन देता है परमाणु हथियार को लॉन्च करने की इजाजत?

जानकारी के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति के पास ही परमाणु हथियार का उपयोग करने की शक्ति है. उनके पास ही परमाणु मिसाइलों के कोड वाला न्यूक्लियर ब्रीफकेस होता है. ये ब्रीफकेस हमेशा राष्ट्रपति के आसपास होता है. जब वो सोते हैं तब भी वो उनसे 10-20 मीटर के दायरे में रखा होता है.

रूस पर किसी हमले की नौबत आने पर ब्रीफकेस का अलार्म बजने लगता है और फ्लैशलाइट जलने लगती है, जिससे राष्ट्रपति को तुरंत ब्रीफकेस के पास पहुंचकर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संपर्क साधना होता है.

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