कहते हैं कि दिल्ली की सत्ता का स्वर्गलोक उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. लेकिन खुद उत्तर प्रदेश में सत्ता और अपराध के गठजोड़ का पाताललोक किस रास्ते से जाता है?
मैं ये सवाल इसलिए उठा रही हूं क्योंकि उत्तर प्रदेश यानी यूपी में पुलिस क्रिमिनल्स का हाफ एनकाउंटर करती है और क्रिमिनल्स पुलिस वालों को सीधे मौत की नींद सुला देते हैं. यहां उन्नाव के बीजेपी एमएलए कुलदीप सेंगर के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा लिखाने के लिये लड़की को आत्मदाह करना पड़ता है. यहां कानपुर के माफिया विकास दुबे की इतनी हैसियत है कि वो आठ-आठ पुलिस वालों को दस मिनट में मौत के घाट उतार सकता है.
कानपुर में हुए विकास दुबे कांड ना सिर्फ उत्तर प्रदेश के लॉ एंड आर्डर की पोल खोली है, बल्कि हर गुजरते लम्हे के साथ पुलिस फोर्स में बैठे विभीषणों, अपराधियों और उन्हें पनाह देने वाले सियासतदानों की परतें भी खुल रही हैं.
इसी मसले पर आज बात करेंगे और जानेंगे यूपी में रियल लाइफ गैंग ऑफ वासेपुर का ‘द एंड’ आखिर क्यों नहीं हो पा रहा है.
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