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बिहार चुनाव में ‘मुंगेर हिंसा’ का क्या असर होगा? हर एक पहलू समझिए

वोटिंग से पहले ये हिंसा कैसे हुई और इसे रोका क्यों नहीं जा सका? 

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रिपोर्ट: फबेहा सय्यद
न्यूज एडिटर: अभय कुमार सिंह
म्यूजिक: बिग बैंग फज

बिहार विधान सबह चुनाव के पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है और अब अलग-अलग आंकड़ों के आधार पर अलग-अलग मायने निकाले जाने लगे हैं. लेकिन इस बीच मुंगेर हिंसा राज्य की सियासत और चुनाव के लिए अहम मुद्दा बन गई है. वहीं इस हिंसा ने पुलिसिया व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े किए हैं. दरअसल, पहले फेज के चुनाव से कुछ घंटे पहले ही मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक झड़प हुई और गोली चली. गोली 18 साल के अनुराग पोद्दार के सिर में लगी, जिससे उसकी मौत हो गई. इस हिंसक झड़प में करीब 25 लोग घायल भी हुए. आरोप लगे पुलिस और खासकर एसपी लिपि सिंह पर, साथ ही राज्य सरकार पर भी. लिपि सिंह के खुद जेडीयू के कनेक्शन दिख रहे हैं, जिसकी वजह से मामला और भी बढ़ गया. बाद में उन्हें और डीएम को पद से हटा दिया गया.

अब ये एक्शन-रियक्शन यहीं खत्म नहीं होता. सवाल हैं जो अबतक बने हुए हैं. वोटिंग से पहले ये हिंसा कैसे हुई? इसे रोका क्यों नहीं जा सका? मुंगेर हिंसा की असल वजह क्या थी? इसके कोई सियासी मायने या असर दिख रहे हैं या नहीं. इसी पर आज इस पॉडकास्ट में बात करेंगे.

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