दो साल के लंबे टूर्नामेंट के बाद आखिरकार ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप World Test Championship का फाइनल मुकाबला बारिश और कम रोशनी की बाधाओं के बाद पूरा हो गया और न्यूजीलैंड के रूप में दुनिया को पहला टेस्ट चैम्पियन मिल गया. टेस्ट मैचों के इस महामुकाबले से भारत, न्यूजीलैंड, क्रिकेट प्रेमियों और आईसीसी को क्या कुछ हासिल हुआ? इस मैच के हीरो और विलेन कौन रहे? इसमें कौन से रिकॉर्ड बने?
पहले एक नजर परिणाम पर
- दुनिया को मिला पहला टेस्ट चैम्पियन.
- न्यूजीलैंड की टीम ने 21 साल बाद आखिरकार कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीत लिया है.
- पिछली बार 2000 सन में केन्या की मेजबानी में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को वनडे प्रारुप में हराया था.
- अब 144 साल के टेस्ट इतिहास में न्यूजीलैंड की टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को जीतने वाली पहली टीम कहलाएगी.
- भारत पहली पारी : 92.1 ओवर में 217 रन बनाकर आलआउट
- न्यूजीलैंड पहली पारी : 99.2 ओवर में 249 रन बनाकर टीम आलआउट
- भारत की दूसरी पारी 170 पर ढेर हो गई.
- न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में मैच जीतने के लिए 139 रनों का टारगेट मिला. जिसे टीम ने 8 विकेट रहते जीत लिया.
- न्यूजीलैंड के वाटलिंग ने लिया संन्यास.
भारत को क्या मिला :
दो साल के लंबे संघर्ष के बाद भारतीय टीम WTC अंकतालिका में टॉप पर रही. भारत ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान 17 में से 12 अपने नाम करते हुए 520 अंक हासिल किए थे. वहीं टीम को 4 मैच में हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा टीम इंडिया का एक मैच ड्रा भी रहा था.
फाइनल मुकाबले में जहां भारतीय बल्लेबाजी बिखरी हुई दिखी वहीं गेंदबाजी सधी रही. पहली पारी में भारत की ओर से टॉप स्कोर अजिंक्य रहाणे (49) का रहा. वहीं ऊपरी क्रम में रोहित शर्मा ने 34, शुभमन गिल ने 28, पुजारा ने 8, कप्तान कोहली ने 44 और रिषभ पंत ने महज 4 रनों की पारी खेली. रवीन्द्र जडेजा ने 15 तो आर अश्विन ने 22 रनों का योगदान दिया.
जबकि गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन कर न्यूजीलैंड को बड़ी बढ़त बनाने से रोक दिया. भारतीय पेसर मोहम्मद शमी ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट चटकाए वहीं ईशांत शर्मा ने 3, आर अश्विन ने 2 और जडेजा ने 1 विकेट अपने नाम किया.
पहली पारी में भारत के लिए जसप्रीत बुमराह चिंता का विषय रहे, क्योंकि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक माने जाने वाले बुमराह को एक भी सफलता नहीं मिली.
फील्डिंग भी भारत की चुस्त-दुरुस्त रही. गिल, कोहली, रोहित और ईशांत ने शानदार कैच पकड़कर मैच को रोमांचक बना दिया था. कोई बड़ी मिसफील्ड देखने को नहीं मिली.
न्यूजीलैंड को क्या मिला :
2019 से शुरु हुए इस टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड ने लाजवाब प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई है. न्यूजीलैंड ने इस पूरे इवेंट में 11 मैच खेले हैं, जिसमें से उसे 7 में जीत और 4 में हार का मुंह देखना पड़ा है. कीवी टीम ने 420 अंक जुटाकर फाइनल में जगह बनाई थी.
फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का जलवा रहा. उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को जमने का मौका ही नहीं दिया. नियमित अंतराल में विकेट निकालकर टीम इंडिया को बड़े स्कोर से दूर रखा.
पहली पारी में काइल जेमिसन ने विकटों का पंच लगाया. वहीं ट्रेंट बोल्ट 2, नील वैगनर 2 और टिम साउदी ने 1 विकेट निकालकर भारतीय टीम को पावेलियन पहुंचा दिया.
बात करें कीवी बल्लेबाजों की तो इनका शीर्ष क्रम तो ठीक रहा लेकिन मध्यम क्रम बिगड़ गया. पहली पारी में दोनों टीमों में से एकमात्र हाफ सेंचुरी डेवन कॉन्वे (54) के बल्ले से निकली थी. उनके अलावा कप्तान विलियम्सन ने 49, टॉम लेथम ने 30 रॉस टेलर ने 11, हेनरी निकल्स 7, बीजे वॉटलिंग 1, कॉलिन डि ग्रैंडहोम 13, काइल जेमिसन 21, टिम साउदी 30, वैगनर 0 और बोल्ट ने 7 रन बनाएं.
काइल जेमिसन ने पहली पारी में गेंद (पांच विकेट) और बल्ले (21 रन) दोनों से कमाल दिखाया.
IND Vs NZ WTC फाइनल के हीरो और जीरो
वर्षा बाधित इस ऐतिहासिक महामुकाबले में गेंदबाजों का बोलबाला रहा. पिच भी बॉलर्स के अनुकूल थी. यही वजह रही कि इस टेस्ट में गेंदबाज ही हीरो बनकर उभरे वो भी तेज गेंदबाज.
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था. उनके कप्तान केन विलियम्सन का ये फैसला सही रहा.
कीवी बॉलर्स ने भारत को पहली पारी में पस्त किया. पहली पारी में बॉलिंग हीरो रहे काइल जेमिसन, ट्रेंट बोल्ट, नील वैगनर और टिम साउदी इन्होंने किफायती गेंदबाजी की. वहीं कॉलिन डि ग्रैंडहोम एक मात्र ऐसे बॉलर रहें जिन्हें विकेट नहीं मिला.
वहीं बैटिंग की बात करें तो पहली पारी में भारत की ओर से रहाणे, कोहली, रोहित, गिल और अश्विन बाकियों की तुलना में कुछ ठीक-ठाक रन बनाए. जबकि चेतेश्वर पुजारा (8), रिषभ पंत (4) और जडेजा (15) नाम के अनुरूप विफल रहें.
न्यूजीलैंड ओर से बैटिंग करते हुए पहली पारी में सर्वाधिक रन बनाने वालों में डेवन कॉन्वे (54), विलियम्सन (49), टॉम लेथम और टिम साउदी (30-30) ने अच्छा स्कोर बनाया. वहीं रॉस टेलर (11), हेनरी निकल्स (7) और वॉटलिंग (1) फ्लॉप रहें.
भारत की ओर से पहली पारी में शमी (4 विकेट) और ईशांत शर्मा (3 विकेट) हीरो रहें.
दूसरी पारी में फिर टीम इंडिया के बल्लेबाज न्यूजीलैंड के सामने फीके रहे. पंत (41) और रोहित (30) को छोड़कर कोई भी बैट्समैन 20 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया. इस बार गिल (8), कोहली (13), पुजारा (15) और रहाणे (15) फेल रहे.
न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी (4), ट्रेंट बोल्ट (3), जेमिसन (2) और वैगनर (1) विकेट चटकाने में सफल रहे.
न्यूजीलैंड को मैच जीतने के लिए दूसरी पारी में 139 रनों का लक्ष्य मिला. टीम का पहला विकेट टॉम लेथम (9) के रुप में 33 के स्कोर पर गिरा, दूसरा विकेट 44 पर कॉन्वे (19) का गिरा. पहले दोनों विकेट भारत की ओर से आर अश्विन ने चटकाए. इस बार भारतीय पेसर बेअसर दिखे.
लेकिन मैच के हीरो रहे न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन जिन्होंने इस ऐतिहासिक टेस्ट में पहले 49 और फिर दूसरी पारी में हाफ सेंचुरी जड़ी. रॉस टेलर के बल्ले भी नाबाद 47 रन निकले.
टेस्ट मैच के महामुकाबले में ये आंकड़े रहे रोचक
काइल जेमिसन ने बनाया इतिहास
शुरुआती 8 टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं काइल जेमिसन. उन्होंने इस मामले में जैक कॉवी को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 1937 से 1949 के दौरान अपने शुरुआती 8 टेस्ट मैच में 41 विकेट झटके थे.
जेमिसन ने इस मुकाबले में पांचवीं बार 5 विकेट झटकने का कीर्तिमान भी बनाया है.
कोहली ने धोनी और संगाकार को पछाड़ा
विराट कोहली ने इस महामुकाबले में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. कोहली आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने इस मामले श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को पछाड़ दिया है. कोहली अब तक इन मैचों में 535 रन बना चुके हैं, जबकि संगकारा के नाम 531 रन हैं.
वहीं इस मुकाबले में उतरते ही विराट कोहली ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड को भी तोड़ा था. कोहली का बतौर कप्तान यह 61वां टेस्ट मैच रहा, जबकि धोनी ने 60 टेस्ट में टीम इंडिया की कमान संभाली थी.
साउथी की छक्कों की बरसात, 600 विकटों का छुआ आंकड़ा
टिम साउदी ने पहली पारी में 46 गेंदों का सामना करते हुए एक चौके और दो छक्कों की मदद से 30 रनों की पारी खेली थी. इन दो छक्कों की बदौलत उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के टॉप बल्लेबाज में से एक रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ दिया. साउदी टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने के मामले में पोंटिंग से आगे निकल गए हैं. इस पारी को मिलाकर में टेस्ट में उनके 75 छक्के हो गए हैं. वहीं पोंटिंग ने अपने करियर में 73 छक्के मारे थे. साउदी के पास एमएस धोनी और बेन स्टोक्स को पछाड़ने का मौका है. टेस्ट में धोनी ने 78 और स्टोक्स ने 79 छक्के जड़े हैं.
गेंदबाजी में दूसरी पारी के दौरान साउदी ने भारतीय ओपनर रोहित शर्मा (30) और शुभमन गिल (8) को अपना शिकार बनाया. इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने 600 विकेट भी पूरे कर लिए हैं. साउदी न्यूजीलैंड के लिए यह मुकाम हासिल करने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं. उनसे पहले डेनियल विटोरी हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में न्यूजीलैंड के लिए 696 विकेट चटकाए हैं.
शमी के लिए खास दिन 22 जून
मोहम्मद शमी ने पहली पारी में 4 विकेट झटके, जिसके साथ ही उन्होंने मोहिंदर अमरनाथ का 38 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. ये आंकड़ा है किसी भी आईसीसी चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय गेंदबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड है. मोहिंदर अमरनाथ ने 1983 विश्व कप के फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 रन देकर 3 विकेट झटके थे.
22 जून को शमी ने ये कारनामा किया है. ये वही तारीख है जिस दिन दो साल पहले मोहम्मद शमी ने विश्व कप 2019 के दौरान हैट्रिक लेकर इतिहास रचा था. संयोग यह भी है कि उन्होंने साउथैंप्टन के इसी ‘द एजेस बाउल' मैदान 2019 में हैट्रिक ली थी. 22 जून 2019 को अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने 4 विकेट झटके थे. उस दिन शमी ने विश्व कप इतिहास में भारत की तरफ से हैट्रिक लेने वाले चेतन शर्मा के बाद दूसरे खिलाड़ी बने थे.
रहाणे विलियम्सन फंसे 49 के फेरे में
अजिंक्य रहाणे और केन विलियम्सन का नाम एक अजीबोगरीब लिस्ट में जुड़ गया है. दोनों अब किसी आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में 49 रन पर आउट होने वाले वर्ल्ड के तीसरे और चौथे बल्लेबाज बन गए है. इससे पहले साल 1999 के चैंपियंस ट्रॉफी में के फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज के कार्ल हूपर भी 49 रन पर आउट हुए थे. उसी मैच में साउथ अफ्रीका के माइकल रिंडेल भी 49 रन पर आउट हुए थे और अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में रहाणे और विलियम्सन 49 रनों पर आउट होकर इस लिस्ट में जुड़ चुके हैं.
ईशांत नहीं रहे शांत
ईशांत के इंग्लैंड में 44 विकेट हो गए हैं. इस तरह से वे इंग्लैंड में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. इस रिकॉर्ड में उन्होंने कपिल देव को पीछे छोड़ा है. कपिल देव ने इंग्लैंड में 13 मैच की 22 पारियों में 43 विकेट झटके थे. इस लिस्ट में अनिल कुंबले (36) तीसरे, बिशन सिंह बेदी (35) चौथे और जहीर खान (31) पांचवें नंबर पर हैं.
ईशांत शर्मा के घर के बाहर टेस्ट में 200 विकेट पूरे हाे गए हैं. वे ऐसा करने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. ईशांत के अलावा अनिल कुंबले (269), कपिल देव (215) और जहीर खान (207) ने भी घर के बाहर 200 से अधिक विकेट लिए हैं.
ये भी दिलचस्प रहा
- अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 50 टेस्ट विकेट पूरे किए.
- विलियम्सन ने 100 गेंदों में 15 रन बनाए.
- इस टेस्ट मैच का स्कोरिंग रेट 2.27 से कम रहा. जो यूके की धरती में इस सदी का सबसे कम रन टेस्ट रन रेट है.
फैंस को मिली निराशा
आईसीसी ने जिस तरह से इस ऐतिहासिक मैच को लेकर माहौल बनाया था. उसके मुताबिक व्यवस्था नहीं की थी. भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल का फैन्स को लंबे समय से इंतजार था. WTC फाइनल में पहले और चौथे दिन का खेल पूरी तरह से बारिश ने बर्बाद कर दिया. वहीं खराब रोशनी से मैच में बाधा आई. इसको लेकर क्रिकेटप्रेमियों के साथ-साथ दिग्गज क्रिकेटरों ने भी ICC पर सवाल उठाए हैं.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने साउथेम्प्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल पर टिप्पणी की और कहा कि इस तरह के "वन ऑफ" और "बेहद अहम" खेल "यूके में नहीं खेले जाने चाहिए".
एक यूजर ने लिखा कि ये तो वैसा ही हुआ जैसे आप दो साल तक परीक्षा की तैयारी करें और परीक्षा वाले दिन आप ट्रैफिक की वजह से परीक्षा मिस कर दें. WTC फाइनल में खराब मौसम देखकर यही लग रहा है.
इसमें किसका घाटा?
WTC फाइनल में अगर घाटे की बात की जाए तो एक रिपोर्ट बताती है कि यदि बारिश से टेस्ट महामुकाबले का एक दिन धुलता है तो ब्रॉडकास्टर को लगभग 20 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है. इस टेस्ट में दो दिन बारिश की वजह से धुल गए हैं, ऐसे में लगभग 40 करोड़ के नुकसान का अनुमान है. वहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बारिश की वजह से ग्राउंड में होने वाले डिस्प्ले एड की विजिअल्टी में असर पड़ता है.
ICC को क्या सबक लेना चाहिए?
एक समय जब ऐसा लग रहा था कि बारिश की वजह से ये WTC फाइनल पूरा नहीं हो पाएगा और मुकाबला ड्रा हो जाएगा तब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा था कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी फाइनल मुकाबला अगर ड्रॉ पर खत्म होता है तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी ICC को ऐसी स्थिति में विजेता चुनने के लिए कोई फॉर्मूला बनाना चाहिए. आईसीसी क्रिकेट समिति को इस बारे में विचार कर निर्णय लेना चाहिए.
गावस्कर ने कहा, "फुटबॉल में विजेता चुनने के लिए पेनल्टी शूटआउट या अन्य तरीके हैं. टेनिस में पांच सेट या टाई ब्रेकर होता है."
वहीं चौथे दिन के खेल के रद्द होने के बाद वीवीएस लक्ष्मण, संजय बांगड़ और न्यूजीलैंड के पूर्व पेसर शेन बांड ने इस बारे में अपने विचार रखे थे.
लक्ष्मण ने कहा कि आईसीसी ने इस फाइनल मुकाबले के लिए सही नियम नहीं बनाए क्योंकि दोनों ही टीमें ट्रॉफी जीतने के लिए बेकरार थीं. उन्होंने कहा कि यह प्रशंसकों के लिहाज से दुखी करने वाली और हतोत्साहित करने वाली बात है. मेरे ख्याल से आईसीसी ने मेगा फाइनल के लिए नियम सही नहीं बनाए क्योंकि दिन की समाप्ति पर हर टीम चैंपियन बनना चाहती है.
शेन बांड ने कहा कहा था कि अगर बारिश लंबी खिंचती है, तो मैं पूरे 450 ओवर का खेल देखना पसंद करूंगा. वहीं, बांगड़ ने कहा कि मैं सुझावों से सहमत हूं.
मदनलाल ने कहा था कि अगर WTC फाइनल धुलता है तो यह फाइनल दोबारा होना चाहिए.
बहरहाल WTC का परिणाम कुछ भी हो लेकिन ICC को इस महामुकाबले से सीख जरूर मिलेगी. क्योंकि इस तरह के हाईवोल्टेज मैच से न केवल दुनियाभर के क्रिकेटप्रेमियों बल्कि अन्य लोगों को भी काफी उम्मीद होती है और महज कुछ अव्यवस्था के चलते फैन्स और खिलाड़ियों का दिल नहीं तोड़ा जा सकता.
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