संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में खेले जाने वाले आईसीसी टी-20 (ICC T-20 World cup) विश्व कप के बाद टीम इंडिया(Team India) के हेड कोच रवि शास्त्री(Ravi Shastri) का कार्यकाल सामाप्त हो जाएगा.
बीसीसीआई(BCCI) को अब हेड कोच की तलाश है. इसके लिए बीसीसीआई एक बार फिर अनिल कुंबले की तरफ रुख कर सकती है. दूसरी तरफ शास्त्री ने भी बदलाव की खबरों पर लगभग पुष्टि दे दी है. शास्त्री ने कहा कि उन्हें बतौर कोच अब सबकुछ हासिल हो चुका है.
बता दें कुंबले ने साल 2017 में टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था. तब उनके और कोहली के बीच अनबन की खबरें सामने आई थी.
दूसरी ओर खबर यह भी है कि हेड कोच के लिए बीसीसीआई वीवीएस लक्षमण(VVS laxman) से भी आवेदन करने के लिए कह सकता है.
2016 में अनिल बने थे मुख्य कोच
साल 2016 में अनिल कुंबले को टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया था. उनके रहते ही टीम इंडिया 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा था. लेकिन फाइनल में भारत को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद अनिल कुंबले ने साल 2017 में टीम इंडिया के हेड कोच पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद बीसीसीआई ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच बनाया था. अब टी-20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है.
विराट का फिर हो सकता है कुंबले से सामना
अगर अनिल कुंबले भारतीय टीम के हेड कोच के लिए अपनी स्वीकृति दे देते हैं, तो विराट के लिए मुश्किले बढ़ सकती हैं. बता दें साल 2017 में मीडिया में विराट और कुंबले के बीच अनबन की खबरें सामने आई थीं. माना जाता है कि विराट और कोहली के बीच मनमुटाव चल रहा था, जिसके चलते कुंबले ने कोच के पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया था.
कुंबले ने अपने इस्तीफे में कहा भी था कि उन्हें हैरानी थी कि कोहली को उनके तौर-तरीकों पर आपत्ति है. कुंबले ने यह भी कहा था कि बीसीसीआई ने उनके और कोहली के बीच की अनबन को सुलझाने की कोशिश भी की थी. 4 साल पहले कुंबले के हटने के बाद, कोहली ने रवि शास्त्री को उनकी जगह रिप्लेस करने का समर्थन किया था.
कुंबले को छोड़ना होगा पंजाब किंग्स का साथ
खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई ने हेड कोच के लिए श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने से संपर्क किया था. हालांकि, जयवर्धने के लिए कहा जाता है कि वो श्रीलंका टीम और आईपीएल फ्रेंचाइजी को कोचिंग देने में दिलचस्पी रखते हैं. अगर कुंबले मुख्य कोच पद के लिए अपनी सहमति देते है, तो उन्हें पंजाब किंग्स का साथ छोड़ना होगा.बीसीसीआई संविधान के अनुसार भारतीय मुख्य कोच कोई और क्रिकेट जिम्मेदारी नहीं ले सकता.
कैसा है कुंबले का करियर
कुंबले 1990 में भारतीय टीम का हिस्सा बने. 1996 का वर्ल्डकप उनके लिए बेहद सफल रहा. उन्होंने 7 मैच खेलकर 15 विकेट झटके.1999 के एक टेस्ट मैच की इनिंग्स में, कुंबले ने पाकिस्तान के सभी खिलाडियों को आउट किया. उनके अलावा जिम लेकर अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं जो ऐसा कर पाए. अनिल कुंबले ने वन-डे में 319 और टेस्ट में 619 विकेट अपने नाम किए है. उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम का नेतृत्व भी किया है.कुंबले को 2005 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया. यह भारत का सबसे महत्वपूर्ण चौथा नागरिक सम्मान है.
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