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भारतीय कबड्डी फिसली, जर्मनी WC हारा: जानिए 2018 के स्पोर्ट्स शॉक

लेकिन पिछले 12 महीनों में खेल के मैदान पर कई उलटफेर और शॉकिंग मोमेंट भी रहे.

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2018 में वर्ल्ड स्पोर्ट में कई बड़ी चीजें हुईं. फ्रांस ने दूसरी बार 2018 फुटबॉल वर्ल्ड कप का खिताब जीता, नोवाक जोकोविच ने दो ग्रैंडस्लैम जीतकर टेनिस में अपनी फॉर्म वापिस पाई और ऑस्ट्रेलिया ने महिला क्रिकेट में चौथी बार टी20 खिताब जीतकर अपना दबदबा कायम रखा.

लेकिन पिछले 12 महीनों में खेल के मैदान पर कई उलटफेर और शॉकिंग मोमेंट भी रहे. फुटबॉल की दुनिया की एक महाशक्ति को खेल के महाकुंभ से शर्मनाक विदाई झेलनी पड़ी, जिस खेल में भारत को दूर-दूर तक कोई छूने वाला नहीं था वहां हमें हार मिली और तीन नए ऐसे वर्ल्ड चैंपियन हमने देखे जिन्हें साल की शुरुआत से पहले कोई चांस नहीं दे रहा था. जानिए साल 2018 की पांच सबसे बड़े अपसेट और शॉक...

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फुटबॉल वर्ल्ड कप में जर्मनी का ग्रुप स्टेज से EXIT

88 साल के इतिहास में कभी भी ऐसा नहीं हुआ था कि जर्मनी की टीम फुटबॉल वर्ल्ड कप के ग्रुप-स्टेज से आगे भी न बढ़ पाए. पिछले 20 वर्ल्ड कप में सिर्फ एक बार ऐसा हुआ था कि चार बार के चैंपियन जर्मनी को पहले राउंड में ही टूर्नामेंट से बाहर जाना पड़ा हो और ये बहुत पहले 1938 में हुआ था.

लेकिन फुटबॉल के इस सबसे बड़े खिताब के साथ एक श्राप भी आता है और साल 2018 वर्ल्ड कप में इसी श्राप ने जर्मनी के साथ वही किया जो पहले फ्रांस, इटली और स्पेन के साथ हो चुका था.

पहले मैच में मैक्सिको के खिलाफ मिली हार के बाद जर्मनी और फुटबॉल की दुनिया में भूचाल आ गया. उसके बाद अगले मैच में टॉनी क्रूज ने स्वीडन के खिलाफ 95वें मिनट में गोल करके किसी तरह से टीम को टूर्नामेंट में बनाए रखा. आखिरी ग्रुप मैच में जर्मनी को साउथ कोरिया से हर हाल में जीतना था. ऐसा लग रहा था कि दुनिया की नंबर 1 टीम जर्मनी को नंबर 57 टीम को हराने में खास दिक्कत नहीं होगी लेकिन खेल में कुछ भी हो सकता है. सेकेंड हाफ के इंजरी टाइम में 92वें और 96वें मिनट में साउथ कोरिया ने दो गोल ठोके और जर्मनी का सपना तोड़ दिया. फुटबॉल वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार किसी एशियन टीम ने जर्मनी को मात दी थी. साउथ कोरिया शान ने राउंड ऑफ 16 में पहुंचा और जर्मनी अपने घर.

कबड्डी: भारत अब अजेय नहीं

एशियन गेम्स में जबसे कबड्डी को शामिल किया गया है तब से लेकर अब तक हर बार भारतीय कबड्डी टीम गोल्ड मेडल जीतती आ रही थी. साथ ही महिलाओं की टीम भी जबसे एशियन गेम्स में महिला कबड्डी आई है तबसे गोल्ड जीत रही थीं. पुरुष अब तक 7 गोल्ड जीत चुके थे तो वहीं महिला टीम दो गोल्ड अपने नाम कर चुकी थी.

लेकिन साल 2018 में भारतीय कबड्डी टीमों का ये 100प्रतिशत वाला रिकॉर्ड ध्वस्त किया. ईरान की टीमों ने भारत से 2018 एशियन गेम्स में दो गोल्ड छीन लिए. ग्रुप स्टेज में पहली बार भारत को एशियाड इतिहास में साउथ कोरिया के हाथों हारना पड़ा और फिर उसके बाद सेमीफाइनल में ईरान से मिली हार की वजह से उन्हें सिर्फ ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ी. वहीं दूसरी तरफ महिला टीम को फाइनल में ईरान की लड़कियों ने 27-24 से हराया.

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ओसाका ने जीत ली दुनिया

एक 20 साल की लड़की जिसे कोई जानता भी नहीं था वो अपना पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रही थी. फाइनल में उसके सामने अपने घर में खेल रही वो खिलाड़ी थी जिसके सिर पर 23 ग्रैंडस्लैम का ताज है लेकिन हैरानी की बात ये कि उस 20 साल की लड़की ने उस चैंपियन को बुरी तरह से हरा दिया.

किसी भी आम मौके पर नाओमी ओसाका की ये उपलब्धि पूरी दुनिया में चर्चा में रहती लेकिन उस रात एक युवा की जीत से ज्यादा एक चैंपियन की हार का चर्चा थी. दरअसल सेरेना विलियम्स अपने रिकॉर्ड 24वें ग्रैंडस्लैम को पाने के लिए हरहाल में कोशिश कर रही थीं. ऐसे में चेयर अंपायर कार्लोस रामोस ने 36 साल की सेरेना को ऑनकोर्ट-कोचिंग के लिए चेतावनी देने के बाद पेनल्टी लगा दी. उसके बाद सेरेना ने कोर्ट पर ही अंपायर से झगड़ा कर लिया और उनपर लैंगिग भेदभाव का आरोप लगा दिया.

ऐसे में सेरेना के झगड़े को लेकर खूब विवाद हुआ. यूएस टेनिस एसोसिएशन ने भी आग में घी जैसा काम करते हुए प्रेसेंटेशन सेरेमनी के दौरान ये कह दिया कि “ऐसे समापन की हम उम्मीद नहीं कर रहे थे.”

इसके बाद जब 79 मिनट में सेरेना विलियम्स जैसी चैंपियन खिलाड़ी को 6-2, 6-4 से हराने के बाद नाओमी ओसाका को खिताब दिया जा रहा था तो वो दुख के कारण रो पड़ीं.

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बेल्जियम बना हॉकी वर्ल्ड चैंपियन

वैसे अगर हालिया रैंकिंग पर नजर डालेंगे तो इसे ‘बड़ा शॉक’ तो नहीं कह सकते लेकिन बड़े टूर्नामेंट में टीमों का पुराना रिकॉर्ड काफी अहम होता है. साल 2018 में ओडिशा में हुए हॉकी वर्ल्ड कप में एक ऐसी टीम चैंपियन बनी जो वर्ल्ड रैंकिंग में तो तीसरे स्थान पर थी लेकिन कभी भी सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंची थी. पांच बार वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाली बेल्जियम ने आज तक कभी इस टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं किया था. साल 2006 और 2010 में तो वो टूर्नामेंट के लिए क्वॉलीफाई भी नहीं कर पाए थे.

दो साल पहले ही वो ओलंपिक में सिल्वर मेडलिस्ट रहे थे लेकिन 2018 वर्ल्ड कप के खिताब के सफर में उन्होंने कई बड़े उलटफेर किए. बेल्जियम ने 2002 और 2006 के विनर जर्मनी को क्वार्टर फाइनल में हराया, उसके बाद सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 6-0 से धो दिया और फिर फाइनल में तीन बार के चैंपियन नीदरलैंड्स को पेनल्टी शूट आउट में आउट कर दिया.

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बांग्लादेश ने जीता महिला एशिया कप

अब तक महिला एशिया कप के छह एडिशन हो चुके थे. ये है विनर लिस्ट:

2004- भारत, 2005/2006- भारत, 2006- भारत, 2008- भारत, 2012- भारत और 2016- भारत

साल 2018 के एडिशन के शुरू होने से पहले भारत और बांग्लादेश की टीमें महिला क्रिकेट में 13 बार आमने-सामने आई थीं और हर बार भारत ने ही जीत हासिल की. ऐसे में जब राउंड रॉबिन टाई में बांग्लादेश की शेरनियों ने भारत से मिले 142 के टारगेट को पा लिया तो हर कोई हैरान था. उसके बाद 10 जून को फाइनल खेला गया और वहां बांग्लादेश की महिलाओं ने आखिरी गेंद पर भारत को हरा दिया और पहली बार कोई मल्टी टीम इवेंट जीता.

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