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IPL 2019, Final: फाइनल में मुंबई का हीरा, जसप्रीत बुमराह

जसप्रीत बुमराह इस सीजन में मुंबई के सबसे सफल गेंदबाज रहे

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मुंबई ने आईपीएल- 2019 के एक और मैच में चेन्नई को हरा दिया. ये मुंबई की इस सीजन में चेन्नई पर चौथी जीत है. लेकिन ये कोई आम जीत नहीं है, क्योंकि इस चौथी जीत ने मुंबई को इंडियन प्रीमियर लीग का चौथी बार चैंपियन बना दिया.

मुंबई को आखिरी ओवर में लसिथ मलिंगा की बेहतरीन गेंदबाजी के कारण जीत मिली, लेकिन मुंबई को जीत की दहलीज तक पहुंचाने का काम किया जसप्रीत बुमराह ने. बुमराह ने सिर्फ 14 रन देकर 2 विकेट लिए और वो फाइनल के ‘मैन ऑफ द मैच’ बने.

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फाइनल में फाइन परफॉर्मेंस

हैदराबाद में हुए फाइनल में मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. टीम को उम्मीद थी कि वो बल्लेबाजों की मददगार इस पिच पर अच्छे रन बनाकर चेन्नई पर दबाव बनाएंगे. हालांकि, ऐसा हो नहीं सका. मुंबई को शुरुआत तो अच्छी मिली, लेकिन उसके बाद चेन्नई के गेंदबाजों ने उन पर लगातार दबाव बनाया.

आखिरी ओवरों में केरन पोलार्ड के बड़े शॉट्स के मदद से मुंबई ने 8 विकेट खोकर 149 रन का स्कोर खड़ा किया. ये स्कोर उम्मीद के मुताबिक बड़ा तो नहीं था, लेकिन मुंबई की गेंदबाजी और चेन्नई की मुंबई के खिलाफ फॉर्म को देखते हुए अच्छे मुकाबले की उम्मीद थी.
चेन्नई ने भी तेज शुरुआत की लेकिन फिर मुंबई के गेंदबाज भी धीरे-धीरे हावी होने लगे. बुमराह ने अपने शुरुआती 2 ओवर में सिर्फ 6 रन दिए और अंबाती रायडु का विकेट निकाल लिया. इसके बावजूद चेन्नई के लिए शेन वॉटसन धीरे-धीरे टीम को लक्ष्य की ओर बढ़ा रहे थे.

16वें ओवर में लसिथ मलिंगा के ओवर में ब्रावो ने पहले एक छक्का जड़ा और फिर उसके बाद वॉटसन ने लगातार तीन चौके जड़ दिए. इस ओवर में चेन्नई ने 20 रन निकाले और स्कोर 16 ओवर में 108 रन तक पहुंच गया.

यहां पर बुमराह ने फिर से चेन्नई पर लगाम कसी. पारी के इस 17वें ओवर में बुमराह ने लगातार वॉटसन और ब्रावो को परेशान किया और सिर्फ 4 रन दिए.

चेन्नई को आखिरी 3 ओवरों में 38 रन की जरूरत थी, लेकिन एक बार फिर शेन वॉटसन ने तहलका मचा दिया. 18वां ओवर कराने आए क्रुणाल पांड्या के ओवर में वॉटसन ने लगातार 3 छक्के जड़े और 20 रन बनाकर स्कोर को चेन्नई की पकड़ में पहुंचा दिया. अब 12 गेंदों पर चेन्नई को सिर्फ 18 रन चाहिए थे

एक बार फिर रोहित ने अपने सबसे कामयाब हथियार बुमराह को गेंद थमाई. बुमराह ने दूसरी बॉल पर ही ब्रावो को आउट कर दिया. 5 गेंदों में बुमराह ने सिर्फ 5 रन दिए, लेकिन आखिरी बॉल पर डि कॉक विकेट के पीछे गेंद नहीं पकड़ पाए और चेन्नई को बाई के 4 रन भी मिल गए.

आखिरी ओवर में मलिंगा ने 7 रन देकर मुंबई को जीत दिला दी, लेकिन इस जीत के सही हीरो रहे जसप्रीत बुमराह. 16वें ओवर और 18वें ओवर में 20-20 रन आए, लेकिन इस दौरान दूसरी छोर से बुमराह ने सिर्फ 8 रन दिए. बुमराह ने फाइनल में अपने 4 ओवर में सिर्फ 14 रन देकर 2 विकेट लिए.

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ये सिर्फ फाइनल की ही बात नहीं है. बुमराह का प्रदर्शन पूरे सीजन में अच्छा रहा. हालांकि उन्होंने बहुत ज्यादा विकेट नहीं लिए, लेकिन जब भी मुंबई को जरूरत हुई, उन्होंने या तो विकेट निकाल कर दिया या फिर किफायती बॉलिंग कर टीम की मदद की. बुमराह ने सीजन में 16 मैच खेले और इसमें 6.63 की इकनॉमी से 19 विकेट लिए. सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में वो पांचवे नंबर पर रहे.

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