आईपीएल में मंगलवार की रात करोड़ों क्रिकेट फैंस के चेहरे पर मायूसी लेकर आई. धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स के दीवानों को हार का मुंह देखना पड़ा. इस सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स की ये मुंबई इंडियंस के खिलाफ तीसरी हार है. प्लेऑफ से पहले लीग मैचों में भी मुंबई ने दोनों मैचों में चेन्नई को हराया था. पिछले सात मैचों में ये चेन्नई सुपरकिंग्स की पांचवीं हार है.
चेन्नई के फैंस के लिए राहत की बात बस इतनी है कि अभी उनकी टीम के पास प्लेऑफ में जगह बनाने का एक और मौका है. दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच बुद्धवार को खेले जाने वाले मैच में जो टीम जितेगी चेन्नई को उसके खिलाफ मैदान में उतरने का एक और मौका मिलेगा.
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क्रिकेट की दुनिया में इस वक्त सबसे बड़ी चर्चा इसी बात को लेकर है कि आखिरी मुंबई इंडियंस की टीम में ऐसा क्या खास है जो चेन्नई की टीम उससे पार नहीं पा रही है. आप चेन्नई बनाम मुंबई मैच को गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि ये रोहित शर्मा की कप्तानी का कमाल है. रोहित शर्मा को इस बात का अंदाजा अच्छी तरह था कि चेन्नई के घरेलू मैदान पर विरोधी टीम किस रणनीति के साथ मैदान में उतरने वाली है.
चेन्नई की टीम जिन स्पिनर्स के जाल में मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों को फंसाने की रणनीति से उतरी थी उसी जाल में मुंबई ने चेन्नई को फंसाया. चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का सकारात्मक फैसला तो किया लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी से वो ‘कम्फर्टेबल’ नहीं हो पाए. सच्चाई यही है कि मंगलवार के मैच में चेन्नई पूरे 40 ओवर के मैच में कहीं थी ही नहीं. ना बल्लेबाजी में, ना गेंदबाजी में.
तीन ओवर में तीन नए स्पिनर का जाल
चेन्नई के पिच को मिजाज को भांपते हुए रोहित शर्मा भी तीन स्पिन गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरे थे. क्रुनाल पांड्या, राहुल चाहर और जयंत यादव. रोहित शर्मा ने दूसरे ही ओवर में क्रुनाल पांड्या को गेंद दी. क्रुनाल ने पांच रन दिए. तीसरे ओवर में उन्होंने चाहर को गेंद दी. चाहर ने अपने पहले ही ओवर में इनफॉर्म बल्लेबाज ड्यूप्लेसी को आउट कर दिया. उन्होंने इस ओवर में सिर्फ 1 रन दिया.
अगले ओवर में रोहित शर्मा ने एक और स्पिनर को ही गेंद दी. इस बार जयंत यादव गेंदबाजी करने आए. जयंत यादव ने चेन्नई के भरोसेमंद बल्लेबाज सुरेश रैना को आउट कर दिया. यानी 4 ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर हो गया 13 रन पर दो विकेट. रोहित शर्मा समझ गए थे कि अब चेन्नई की टीम ‘बैकफुट’ पर है. ऐसे में उन्होंने एक छोर से जसप्रीत बुमराह और दूसरे से क्रुनाल पांड्या को गेंदबाजी के लिए चुना.
बुमराह पर तो वॉटसन ने आक्रमण बोला. दो चौके लगाकर दस रन भी बटोर लिए, लेकिन अगले ओवर में क्रुनाल पांड्या ने उन्हें आउट कर दिया. 32 रन पर तीन विकेट गंवा चुकी चेन्नई के बल्लेबाजों के पास अब क्रीज पर टिककर खेलने के अलावा कोई चारा नहीं था, क्योंकि अभी सिर्फ 6 ओवर फेंके गए थे और तीन प्रमुख बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे.
रोहित शर्मा मैच के साथ-साथ बदलते हैं रणनीति
रोहित शर्मा को पता था कि अभी धोनी का आना बाकि है. धोनी ने इस सीजन में शानदार बल्लेबाजी की है. उनके पास इस तरह के शॉट्स हैं कि वो स्पिनर्स के खिलाफ अच्छे खासे रन जमा कर सकते हैं. रोहित शर्मा को अंदाजा था कि लेग स्पिनर और लेफ्ट आर्म स्पिनर के खिलाफ धोनी आते ही आक्रमण नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें भी ऑफ स्पिनर के मुकाबले लेग स्पिनर्स के खिलाफ बल्लेबाजी करने के लिए थोड़ा समय ‘एडजस्ट’ होने में लगता है.
रोहित शर्मा ने पारी का ग्यारहवां और बारहवां ओवर तेज गेंदबाजों से कराया. इसके बाद वो वापस चाहर को लाए. चाहर ने अपनी कमाल की गेंद पर मुरली विजय को चलता किया. इसके बाद रोहित शर्मा ने धोनी के सामने स्पिन गेंदबाजों की वेराइटी पेश की. धोनी ने राहुल चाहर और जयंत यादव के खिलाफ बल्लेबाजी की. इस दौरान उन्होंने बीच बीच में एकाध बड़े शॉट्स जरूर लगाए लेकिन जिस तरह का स्कोर उन्हें चाहिए था उसके लिए ये शॉट्स नाकाफी थे.
16वां और 17वां ओवर रोहित शर्मा ने फिर स्पिनर्स से ही कराया. नतीजा लाख चाहकर भी चेन्नई की टीम 20 ओवर में 131 रन ही बना पाई. जो मुंबई के लिए किसी भी तरह की चुनौती पेश नहीं कर पाया. आपको याद दिला दें कि रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने तीन बार ट्रॉफी जीती है. 2013, 2015 और 2017 के बाद अब वो ये कारनामा दोहराने से सिर्फ एक कदम दूर हैं.
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