धोनी के ग्लव्स विवाद पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की रिक्वेस्ट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल को मिल गई है. बीसीसीआई ने शुक्रवार को ही आईसीसी को इस मामले में रिक्वेस्ट भेजी थी कि धोनी के ग्लव्स का चिन्ह न हटाया जाए.
एएनआई की खबर के मुताबिक आईसीसी के सूत्र ने बताया कि आईसीसी की टेक्नीकल कमेटी बीसीसीआई की इस रिक्वेस्ट पर चर्चा कर रही है.
वहीं कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स ने कहा है कि वो आखिर तक धोनी का साथ देंगे.
विवाद के बाद BCCI की बैठक
धोनी ने वर्ल्ड कप मैच के दौरान अपने विकेटकीपिंग ग्लव्स पर पैरा स्पेशल फोर्स का ‘बलिदान’ चिन्ह लगाया हुआ था. इसके बाद आईसीसी ने इस चिन्ह को हटवाने के लिए बीसीसीआई से अपील की थी.
आईसीसी की अपील के बाद इस पर काफी बवाल मचा और देश भर के क्रिकेट फैंस ने आईसीसी को खूब खरी खोटी सुनाई. साथ ही बीसीसीआई से अपील भी की कि आईसीसी के आगे न झुके.
बवाल बढ़ता देख शुक्रवार को बीसीसीआई ने मुंबई में एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें इस पर चर्चा हुई. बैठक के बाद सुप्रीम कोर्ट की बनाई गई कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि वो आईसीसी से इसे न हटाने की मांग करेंगे.
“आईसीसी का नियम है कि खिलाड़ियों के द्वारा पहने जाने वाले किसी भी चीज का धार्मिक, सैन्य या व्यावसायिक महत्व नहीं होना चाहिए. हमें आईसीसी के नियमों को देखना चाहिए. इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है. हम इस मामले में आईसीसी को बताने जा रहे हैं कि इसे हटाने की जरूरत नहीं है.”विनोद राय, प्रमुख CoA
सीओए की दूसरी सदस्य और पूर्व क्रिकेटर डाइना इडुलजी ने कहा कि टीम ने उन्होंने धोनी से या टीम से कोई बात नहीं की है, लेकिन बोर्ड धोनी के साथ आखिर तक खड़ा है.
“ये कोई मुद्दा ही नहीं है. हमने टीम से कोई बात नहीं की है लेकिन हम धोनी का और टीम के हर सदस्य का आखिर तक साथ देंगे.”डाइना इडुलजी, CoA सदस्य
ICC के नियम से चलेंगे
आईसीसी के नियमों के मुताबिक किसी भी तरह का ‘लोगो’ या चिन्ह लगाने से पहले आईसीसी की इजाजत लेना जरूरी है. इस पर सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा कि बोर्ड आईसीसी के नियमों का पालन करने में भरोसा करता है और उसके हिसाब से चलेगा.
“अगर आईसीसी को ऐसा लगता है, तो हमउनसे इजाजत लेंगे, जैसा हमने कैमुफ्लाजकैप (आर्मी कैप) के लिए ली थी, क्योंकि हम खेल के नियमों मुताबिक चलने पर भरोसा करतेहैं. अगर आईसीसी ने नियम तय किया है, तो हम उस नियम के हिसाब से चलेंगे.”विनोद राय, प्रमुख CoA
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहनी थी आर्मी कैप
इसी साल 8 मार्च को रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में भारतीय टीम आर्मी कैप पहनकर मैदान में उतरी थी. पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में बीसीसीआई ने ये कदम उठाया था.
उस वक्त पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताते हुए आईसीसी से शिकायत की थी. आईसीसी ने साफ किया था कि बोर्ड ने पहले ही इसके लिए इजाजत ले ली थी.
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