रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) का 87वां सीजन मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की जीत के साथ समाप्त हो गया. MP ने 41 बार की चैंपियन मुंबई को हराकर इतिहास रचा है. यूं देखा जाए तो हर साल कोई न कोई एक टीम ही चैंपियन बनती है, लेकिन खिलाड़ियों के लिहाज से हर साल कई चैंपियन उभर कर आते हैं. इस साल भी रणजी ने कई ऐसे खिलाड़ी दिए जिनके प्रदर्शन को देखकर कहा जा सकता है कि ये भारतीय टीम के अगले सितारे हो सकते हैं. आइए देखते हैं ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में.
1. सरफराज खान (Sarfaraj Khan)
सरफराज खान ने मुंबई के लिए खेलते हुए पिछले दो रणजी ट्रॉफी सीजन में जबरदस्त फॉर्म दिखाया है. उन्होंने लगातार दो सीजन में 900 से अधिक रन बनाए हैं, जिससे वे बैक-टू-बैक सीजन में 900 रन का आंकड़ा पार करने वाले पहले रणजी क्रिकेटर बन गए.
सरफराज डॉन ब्रैडमैन के बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा बल्लेबाजी औसत वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 95.14 की औसत से 28,067 रन बनाए हैं.
सीजन 2022 में, सरफराज ने 6 मैचों में 122.75 की औसत से 982 रन बनाए हैं. वे रणजी के एक सीजन में चौथे सबसे ज्यादा औसत वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने इस सीजन में चार शतक और दो अर्धशतक लगाए. इसमें मध्य प्रदेश के खिलाफ फाइनल में एक शानदार शतक भी शामिल है. इन्हें अब तक भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला है लेकिन इस प्रदर्श के बाद वे भारतीय टीम में शामिल किए जा सकते हैं.
2. रजत पाटीदार (Rajat Patidar)
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए 2022 इंडियन प्रीमियर लीग में एक प्रभावशाली सीजन के बाद, रजत पाटीदार ने रणजी में भी मध्य प्रदेश के लिए अपना शानदार फॉर्म जारी रखा. रजत रणजी में इस सीजन टूर्नामेंट में दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे और अपनी टीम के लिए कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं. 2022 रणजी ट्रॉफी में छह मैचों में पाटीदार ने 82.25 के प्रभावशाली औसत से 658 रन बनाए, जिसमें दो शतक और पांच अर्द्धशतक शामिल थे. पाटीदार लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन भारतीय टीम की नीली जर्सी का उन्हें अभी इंतजार है.
3. शाहबाज अहमद (Shahbaz Ahmad)
स्टार ऑलराउंडर शाहबाज अहमद भले ही भारतीय टीम में अपनी जगह न बना पाए हों, लेकिन वे अब कोई छुपे हुए नाम नहीं हैं. IPL से लेकर रणजी तक उनके फॉर्म का डंका बज रहा है. अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए इस सीजन में रणजी ट्रॉफी में उन्होंने जबरदस्त ऑलराउंड प्रदर्शन किया. उनके हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर बंगाल सेमीफाइनल में पहुंचा लेकिन मध्य प्रदेश से करीबी मुकाबले में हार गया.
शाहबाज धीमे बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं. इसके अलावा, वह 6 या 7 नंबर पर उपयोगी पारी खेल सकते हैं.
अहमद टूर्नामेंट में सातवें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले और दसवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. कुल मिलाकर, शाहबाज ने पांच मैचों में 22.10 की औसत से 20 विकेट लिए और बल्ले से 60.25 की औसत से 482 रन बनाए.
4. अर्जन नागवासवाला (Arzan Nagwaswalla)
अर्जन नागवासवाला बाएं हाथ के मध्यम-तेज गेंदबाज हैं और अपनी यॉर्कर के साथ-साथ खतरनाक बाउंसर के लिए भी जाने जाते है. पिछले दो घरेलू सीजन में शानदार प्रदर्शन के बाद भी अर्जन नागवासवाला कई लोगों के लिए अंजान हैं. हालांकि, उन्हें पिछले साल विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और उसके बाद इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए एक स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम में चुना गया था.
नागवासवाला ने 2019-20 रणजी ट्रॉफी सीजन में आठ मैचों में 18.36 की शानदार औसत से 41 विकेट लिए थे. 2022 की रणजी ट्रॉफी में उन्होंने तीन मैचों में 27.28 की औसत से 14 विकेट लिए हैं.
5. सौरभ कुमार (Saurabh Kumar)
सौरभ कुमार क्रिकेट में कोई बहुत चर्चित नाम नहीं है, लेकिन उन्होंने बड़े मंचों पर शानदार प्रदर्शन किया है. सौरभ बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं और इसके साथ ही उनमें बल्ले से योगदान देने की क्षमता भी है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें इस साल की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की घरेलू श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम में चुना गया था. हालांकि उन्हें किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला. 2022 रणजी ट्रॉफी सीजन में उन्होंने, तीन मैचों में 34.92 की औसत से 14 विकेट लिए.
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