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इस रेलवे स्टेशन की पूरी जिम्मेदारी सिर्फ महिला स्टाफ संभालता है

जयपुर के इस स्टेशन पर रोजाना 7000 हजार से ज्यादा यात्री आते-जाते हैं

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महिला सशक्तीकरण की दिशा में उत्तर पश्चिम रेलवे ने जयपुर मंडल के गांधीनगर स्टेशन को पूरी तरह से महिला संचालित स्टेशन बनाया है. जयपुर-दिल्ली रेलमार्ग पर स्थित जयपुर का ये अहम स्टेशन है. यहां से रोजाना लगभग 50 रेलगाड़ियां गुजरती है, जिनमें से 25 रेलगाड़ियां यहां रुकती हैं.

उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी तरुण जैन ने बताया कि लगभग 7 हजार यात्री रोजाना गांधीनगर स्टेशन से आवाजाही करते हैं. इस स्टेशन पर स्टेशन मास्टर से लेकर पॉइन्ट्समैन तक 32 महिला कर्मचारियों को शामिल किया गया है.

उन्होंने बताया कि गांधीनगर स्टेशन के आसपास कई कॉलेज और कोचिंग सेंटर होने के कारण यहां आने वाले यात्रियों में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और महिलाएं हैं. महिला कर्मचारियों को पूरे आत्मविश्वास से काम करने के लिये खास प्रशिक्षण दिया गया है. उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर सीसीटीवी लगाए गए हैं, जिससे स्टेशन स्थित थाने में रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सके.

(भाषा से)

(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)

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