पीएम की पाक को बड़ी चेतावनी, ‘साथ नहीं बह सकते खून और पानी’
सिंधु समझौते पर पीएम की बैठक की. इस दौरान सूत्रों ने बताया कि पीएम ने बैठक में पाक को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा, ‘खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते.’
पीएम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल, फॉरेन सेक्रेटरी एस जयशंकर और जल संसाधन सचिव भी मौजूद थे.
क्या पाकिस्तान को अलग-थलग करना आसान होगा?
उरी हमले में 18 जवानों के शहीद होने के बाद से लोगों में काफी गुस्सा है. ऐसे में कई लोग पाकिस्तान के खिलाफ अलग-अलग तरह की कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं.
इसमें से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों सहित लाहौर के नजदीक मुरिदके पर सुनियोजित हमले करने की मांग कर रहे हैं तो कुछ सिंधु नदी संधि को भी खत्म करने की बात कर रहे हैं जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अपने घुटनों पर आ जाए.
अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में फेरबदल, ब्राह्मण वोटों को लुभाने की कोशिश
भ्रष्टाचार के आरोपी गायत्री प्रजापति फिर से अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं. लेकिन, ये अब खबर नहीं है. क्योंकि इस पर जितना बोला-लिखा जाना था, वो हो चुका.
अब खबर ये है कि गायत्री के साथ प्रतापगढ़ की रानीगंज विधानसभा से चुनकर आए शिवाकांत ओझा भी फिर से कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. शिवाकांत ओझा इसी सरकार में मंत्री बने और हटाए गए थे. अब फिर से बना दिए गए हैं.
कानपुर टेस्ट: 197 रनों से जीती टीम इंडिया, अश्विन ने झटके 10 विकेट
इंडियन क्रिकेट टीम ने अपना 500वां टेस्ट मैच जीत लिया है.
कानपुर में खेले गए 500वें टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 197 रनों से परास्त किया. पांचवें दिन के खेल में न्यूजीलैंड टीम ने मैच में वापसी की काफी कोशिश की. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने 87.3 ओवर में 236 रन पर ही न्यूजीलैंड टीम को ऑलआउट कर दिया. न्यूजीलैंड के सामने 434 रन का लक्ष्य था. न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ टीम इंडिया की यह 19 वीं टेस्ट जीत है.
ISRO ने लॉन्च किए 8 सैटेलाइट, देश के लिए क्यों अहम है ये मिशन?
सरो के PSLV-C35 ने सोमवार सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर चेन्नई से करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी. माना जा रहा है कि इसरो के लिए ये मिशन बेहद अहम है. अगर ये मिशन सफल होता है, तो भारत उन देशों की केटेगरी में शामिल हो जाएगा, जिनके पास भारी सैटेलाइट्स को स्पेस में कामयाबी के साथ स्थापित करने की क्षमता है.
आइए जानते हैं इसरो के लिए क्यों अहम है ये मिशन और SCATSAT-1 स्थापित होने से भारत को क्या फायदा होगा.
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