अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी यानी AMU के इतिहास में पहली बार महिला हॉकी टीम मैदान में उतरने के लिए तैयार है. यूनिवर्सिटी में महिलाएं वॉलीबॉल और बास्केटबॉल जैसे गेम खेलती आई हैं, लेकिन ये पहली बार है, जब यूनिवर्सिटी में महिलाओं को हॉकी खेलने की इजाजत मिली है.
जफर इकबाल, मसूद मीनाज, अहसान मोहम्मद खान, मदन लाल जैसे कई हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी इस ही यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी हैं. एक न्यूज पेपर में पूर्व भारतीय हॉकी टीम के प्लेयर और AMU स्पोर्ट्स कमेटी के डिप्टी डायरेक्टर, कोच अनीस-उर-रहमान कहते हैं कि उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए और रुकावटों पार करने के लिए काफी मेहनत करना पड़ी.
लड़कियां यहां खेलती रही हैं, बास्केटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल इंटर यूनिवर्सिटी कंपीटिशन में बैडमिंटन में पहले से ही पार्टिसिपेशन है,, लेकिन हॉकी में ये पहले बार है जब बच्चे बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं, एन्जॉय कर रहे हैं. अब हॉकी बहुत ही टेक्निकल गेम है, तो जिन्हें थोड़ा खेलना आ गया है, वो बहुत एन्जॉय कर रहे हैं. ये स्कूल की लड़कियां हैं, शुरुआत कर रही हैं. इन्हें सिखाया जा रहा है कि कोशिश करेंगे. अभी ये 9वीं-10वीं की लड़कियां हैं, ये आगे अच्छा करें और फिर टीम बने.अनीस-उर-रहमान, हॉकी कोच, AMU
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, 13 साल की नसीम जेहरा कहती हैं कि वो सोते वक्त भी गोल करने का सपना देखती हैं. उनकी साथी प्लेयर आलिया राशिद को भी हॉकी से बहुत लगाव है. वो हर जगह हॉकी स्टिक लेकर चलती हैं, क्लास में भी...
पहली बार AMU में हमारी टीम बन रही है. अभी तक सिर्फ लड़कों की टीम थी, अब लड़कियों की भी है. हमारे सर जफर इकबाल की वजह से आज हम यहां हैं.टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में नसीम जेहरा, छात्रा
AMU अथॉरिटी को उम्मीद है कि यूनिवर्सिटी की महिला हॉकी टीम जल्द ही नेशनल और इंटरनेशन टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी.
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