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MP में 17-राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग, छत्तीसगढ़ में दो फेज में मतदान- 3 दिसंबर को रिजल्ट

Assembly Elections 2023: चुनाव आयोग ने MP, छ्त्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है.

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Assembly Elections 2023: मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2023) की तारीखों का ऐलान हो गया है. सोमवार, 9 अक्टूबर को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों की घोषणा की है. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर, तेलंगाना में 30 नवंबर और मिजोरम में 07 नवंबर को एक चरण में चुनाव के लिए वोटिंग होगी. वहीं, छत्तीसगढ़ में 07 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. पांचों राज्यों में 03 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे.

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7 नवंबर से वोटिंग, 3 दिसंबर को नतीजे

Assembly Elections 2023: चुनाव आयोग ने MP, छ्त्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने क्या कहा?

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, चुनाव आयोग ने सभी 5 राज्यों का दौरा किया और सभी राज्यों की राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की. इसके अलावा सरकारी एजेंसियों, राज्य सरकारों के साथ बैठकें कीं. हमने राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की. उनके सुझाव और फीडबैक लिए. 

मिजोरम का कार्यकाल दिसंबर 2023 में खत्म हो रहा है. बाकी राज्यों का कार्यकाल जनवरी 2024 में कार्यकाल खत्म हो रहा है. इन 5 राज्यों में 679 विधानसभा सीटें हैं. इन राज्यों में 16.14 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं. इनमें से 8.2 करोड़ मेल और 7.8 करोड़ फीमेल वोटर हैं. इन राज्यों में 60.2 लाख ऐसे वोटर हैं, जो पहली बार वोट करेंगे. 

1- मध्यप्रदेश में कैसे थे पिछली बार के नतीजे?

मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटों हैं. राज्य में विधानसभा का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को समाप्त होने वाला है.

राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था. उस चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे.

तब कांग्रेस को 114 सीटें, बीजेपी को 109 सीटें, बीएसपी को 2, एसपी को 1 सीट मिली थी. 4 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.

लेकिन मार्च 2020 में, 22 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए थे. इसके बाद राज्य सरकार गिर गई थी और मुख्यमंत्री कमल नाथ को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई थी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने थे.

2- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजे

छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटे हैं. यहां विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म होन जा रहा है. पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था. इस चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और भूपेश बघेल राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.

2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 90 सीटों में से 68 पर जीत दर्ज की थी. पार्टी को 43.04% वोट मिले थे. वहीं बीजेपी को मात्र 15 सीटों से संतोष करना पड़ा था. उसका वोट पर्सेंट 32.97% था.

3- राजस्थान में पिछली बार जीती थी कांग्रेस

अगर राजस्थान की बात करें तो वहां विधानसभा की 200 सीटें हैं. 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे.

कांग्रेस ने प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से 100 पर जीत दर्ज की थी. पार्टी को 39.30% वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के खाते में 73 सीटें आई थी. उसका वोट पर्सेंट 38.77% था. इनके अलावा बीएसपी ने 6, CPM ने 2 , RLD ने 1, RLTP ने 3, BTP ने 2 और 13 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की थी.
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4- तेलंगाना में 2018 में दूसरी बार KCR बने थे सीएम

तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटें हैं. यहां सरकार का कार्यकाल 16 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है. दिसंबर 2018 में तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव हुए थे, जिसमें तेलंगाना राष्ट्र समिति ने जीत दर्ज की थी. के चंद्रशेखर राव दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. बात दें कि अब TRS का नाम बदलकर BRS हो गया है.

2018 विधानसभा चुनाव में TRS ने 88 सीटों पर जीत दर्ज की थी. पार्टी को सबसे ज्यादा 46.87% वोट मिले थे. वहीं 19 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी. बीजेपी को मात्र 1 सीट ही मिली थी. AIMIM ने 7 सीटों पर कब्जा जमाया था.

5- मिजोरम में 2018 में मिजो नेशनल फ्रंट ने बनाई थी सरकार

40 सीटों वाले मिजोरम में विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर 2023 को खत्म होने वाला है. राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था, जिसमें मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत हासिल की थी और राज्य में सरकार बनाई थी. तब जोरमथांगा मुख्यमंत्री बने थे.

2018 के चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने प्रदेश की 40 सीटों में से 27 सीटों पर कब्जा जमाया था. कांग्रेस को 4 और बीजेपी को 1 सीट मिली थी. वहीं 8 निर्दलीय उम्मीदवार भी जीते थे.

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