वीडियो एडिटर: मो इब्राहिम
लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के एनडीए से अलग होने की चर्चाएं जोरों पर हैं. उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन कर सकती है.
बीजेपी से नाराज चल रहे राजभर ने क्विंट से खास बातचीत में अपने सामने खुले विकल्पों का जिक्र किया.
बीजेपी के साथ नरम-गरम रिश्तों पर ओपी राजभर ने कहा:
किसने कहा कि बीजेपी के साथ तालमेल टूट गया है? अपने अधिकार के लिए, पिछड़े लोगों को हिस्सा दिलाने के लिए मैंने आवाज उठाई है. इसे लोग बगावत मानते हैं. क्षेत्रों में जब नेता भाषण देते हैं, तो ये कहते हैं हमको चुनिए, हम आपकी लड़ाई लड़ेंगे, लेकिन दिल्ली पहुंचने के बाद सभी आवाजें बंद क्यों हो जाती हैं? मैंने जनता के लिए आवाज उठाई है.
गठबंधन को लेकर उड़ रही अफवाहों में कितनी सच्चाई है?
राजभर ने कहा कि उनके सामने कई विकल्प खुले हैं. उन्होंने बीजेपी को चेतावनी देने वाले लहजे में कहा कि वो पार्टी के साथ रहेंगे या नहीं इसका खुलासा 6 अप्रैल को हो जाएगा.
विकल्प हमारे खुले हैं, हम कहीं भी जा सकते हैं. हम किसी के यहां रजिस्टर्ड नहीं हैं. बाकी नेताओं और मुझमें यही फर्क है.ओम प्रकाश राजभर, यूपी कैबिनेट मंत्री
बीजेपी के खिलाफ गुस्सा क्यों है?
ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि वो सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि नीतियों के खिलाफ बोलते हैं.
कुंभ में 800 करोड़ का घोटाला हुआ, जो अखबार में छपा था. अब जब राजा ठीक है, तो कैसे चोरी हुई? SC-ST एक्ट पर भी सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी, हमने साथ भी दिया. लेकिन बीजेपी ने कहा कि नहीं पहले जेल भेजो, उसके बाद कार्रवाई होगी, इसलिए हम साथ नहीं है. हम सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी नीतियों के खिलाफ बोलते हैं.ओम प्रकाश राजभर, यूपी कैबिनेट मंत्री
बता दें, मंत्री ओम प्रकाश राजभर बीजेपी के साथ समझौते में पूर्वांचल की 5 सीटों की मांग कर रहे हैं. इन सीटों में सुरक्षित सीट लालगंज और मछली शहर में से कोई एक और सामान्य सीट घोसी, अंबेडकरनगर, जौनपुर और चंदौली शामिल हैं.
ओम प्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उन्हें कैबिनेट से बाहर निकालने की चुनौती दी थी. राजभर काफी वक्त से बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. राजभर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ओबीसी के लिए उप-कोटा लागू करने की मांग कर रहे हैं.
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