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पुलवामा आतंकी हमले के दिन देश के पीएम नरेंद्र मोदी कहां थे?

14 फरवरी 2019 को क्या कर रहे थे PM मोदी? कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने बाकी हैं

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम

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14 फरवरी को कश्मीर में इस दशक का सबसे भयानक आतंकी हमला होता है, जिसमें 40 से ज्यादा सीआरपीएफ के जवान शहीद हो जाते हैं. इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी इस हमले के वक्त कहां थे? पीएम को हमले की निंदा या उस पर कोई प्रतिक्रिया देने में वक्त क्यों लगा? मतलब पीएम मोदी 14 फरवरी को क्या कर रहे थे?

7 AM: पीएम मोदी देहरादून के जॉली ग्रान्ट हवाई अड्डे पर उतरे. खराब मौसम की वजह से उन्हें वहीं रुकना पड़ा.

11:15 AM: पीएम मोदी हेलिकॉप्टर से जिम कॉर्बेट के लिए रवाना हुए.

सबसे पहले वो कालाघाट पहुंचे. वहां से वो ढिकाला गए, जहां उन्होंने जंगल से पैदल-मार्ग का दौरा किया. पीएम मोदी ने जिम कॉर्बेट पार्क में करीब चार घंटे बिताए. इसी दौरान उन्होंने एक डॉक्यूमेंट्री के लिए फोटो-शूट भी किया.

3:10 PM: पुलवामा में कार बम हमला हुआ. इसके फौरन बाद इससे जुड़ी खबरें आनी शुरू हो गईं.  पीएम मोदी इस वक्त भी जिम कॉर्बेट में ही थे.

4 PM: पीएम मोदी जिम कॉर्बेट से रवाना हुए. कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें रुद्रपुर में एक रैली को संबोधित करना था, लेकिन दूरदर्शन और पीटीआई के मुताबिक, खराब मौसम के कारण रैली कैंसिल करनी पड़ी.

5:10 PM: रैली में पीएम नहीं गए, लेकिन टेलीफोन के जरिये उन्होंने रुद्रपुर रैली को संबोधित किया. लेकिन अपने भाषण में पीएम मोदी ने पुलवामा हमले का कोई जिक्र नहीं किया. खास बात ये थी कि जिस वक्त दूरदर्शन पीएम मोदी के भाषण का प्रसारण कर रहा था, उसी वक्त टिकर पर पुलवामा हमले में मारे गए CRPF जवानों के बारे में जानकारियां भी चल रही थीं.

6:46 PM: पीएम मोदी ने फाइनली पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया. अब तक आतंकी हमला हुए साढ़े तीन घंटे बीत चुके थे.

कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने बाकी हैं

  • क्या जिस वक्त हमला हुआ, उस वक्त मोदी डॉक्यूमेंट्री के लिए शूटिंग में बिजी थे?
  • उन्हें  कब हमले के बारे में जानकारी दी गई?
  • क्या हमले की जानकारी मिलने के बाद भी उन्होंने डॉक्यूमेंट्री के लिए शूटिंग जारी रखी?
  • हमले पर पीएम की प्रतिक्रिया आने में तीन घंटे की देरी की वजह क्या थी?
  • क्या रैली को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी को हमले के बारे में जानकारी थी?
  • अगर हां, तो उन्होंने रैली को संबोधित क्यों किया? अगर जानकारी मिल गई थी, तो क्यों नहीं उन्होंने अपने भाषण में आतंकी हमले पर गुस्सा जाहिर किया?
  • पीएम मोदी का पहला रिएक्शन उनके रुद्रपुर में दिए स्पीच के 90 मिनट के बाद आया. क्या उस हमले पर बोलने से ज्यादा जरूरी रैली में बोलना था?
  • अगर उन्हें हमले की जानकारी ही नहीं थी, तो इतनी बड़ी खबर उनसे क्यों छिपाई गई?
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3 बातें हो सकती हैं

पहली - टॉप लेवल के ऑफिसर एक-दूसरे को इतने बड़े आतंकी हमले की जानकारी नहीं दे सके. ये संवेदनहीनता उनकी समझ की नाकामी बताती है.

दूसरी- आतंकी हमले की जानकारी मिलने के बाद भी पीएम अपने फोटोशूट और रुद्रपुर की रैली (बेशक फोन के जरिये) में व्यस्त थे. मतलब- कोई परवाह नहीं.

तीसरी- हो सकता है कि पहुंच के बाहर रहने के कारण जिम कॉर्बेट में पीएम को जानकारी न मिली हो. लेकिन जानकारी मिलने के बाद भी अगर उन्होंने रैली को संबोधित करना जरूरी समझा, जिसमें उन्होंने आतंकी हमले का कोई जिक्र नहीं किया, तो ये न सिर्फ सरकार की बेपरवाही, बल्कि संवेदनहीनता भी दिखाती है.

ये भी पढ़ें- पुलवामा: 3 घंटे बाद मोदी को आई याद – पहले शूटिंग, रैली, फिर ट्वीट

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