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'कॉमेडी पर पहरा'- UP Election के बीच कॉमेडियन राजीव निगम से खास बातचीत

राजीव निगम ने क्विंट से कहा- 'आज हर गली में प्रधानमंत्री घूम रहे हैं'

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स्टैंड-अप कॉमेडियन और टेलीविजन अभिनेता राजीव निगम सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी चर्चा में हैं. कॉमेडी और उसपर लगातार कसे जा रहे 'शिकंजे' को लेकर कॉमेडियन राजीव निगम ने क्विंट से खास बातचीत में बताया कि अब हर जगह कॉमेडी पर विवाद होने लगा है, पहले हर नेता या पीएम तक अपने ऊपर हुए मजाक की सराहना करता था, लेकिन आज सरकार कॉमेडियन को निशान बना रही है.

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उन्होंने बताया कि 20 साल से भी ज्यादा दिनों से मैं पॉलिटिकल कॉमेडी, हास्य, व्यंग और सटायर कर रहा हूं. बीस साल पहले हम एक शो करते थे, जहां पर हम प्रधानमंत्री से लेकर दूसरी पार्टियों के जो बड़े नेता थे और विपक्षी दलों के नेताओं के बारे में हास्य-व्यंग किया करते थे. जो काम मैं तब करता था, वही आज कर रहा हूं. तब मैं टीवी पर करता था लेकिन आज कोई टीवी पर नहीं कर सकता है.

"आज ये हाल है कि लाइव शो करने पर कुछ लोग ठेकेदार बनकर आ जाते हैं कि तुम्हारा लाइव शो नहीं होने दूंगा. हमें समझ में नहीं आता कि ये सब फैसला लेने वाले लोग कौन हैं. उसके बाद बचता है यूट्यूब, ट्विटर और फेसबुक जहां हम अपनी बात ऑनलाइन लिखते हैं."
राजीव निगम, कॉमेडियन

राजीव निगम ने कहा कि मैं अपना काम कर रहा हूं, मुझसे नहीं बच पाओगे.

राजीव निगम ने कहा कि हास्य व्यंग करने की इतनी बाध्यता कभी नहीं थी. मोदी जी तो कहते हैं कि क्रिटिसिज्म मुझे पसंद है, ये होते रहना चाहिए. हम समाज और सोसायटी की बातें ट्वीट करते हैं.

"जब लोग कॉमेडी से डर जाएं और कॉमेडी पर भी पहरा होने लगे. कोई धर्म, कोई जाति खतरे में हो तो समझ में आता है लेकिन आज कॉमेडी भी खतरे में है. ये कहीं न कहीं एक कॉमेडियन को और ज्यादा मजबूत बनाता है."
राजीव निगम, कॉमेडियन

'आज हर गली में प्रधानमंत्री घूम रहे हैं'

राजीव निगम ने कहा कि जब अटल जी प्रधानमंत्री थे तो वो खुद बोलते थे कि मुझे अच्छा लगता है और तुम्हारा शो टाइम निकालकर देखता हूं. उन्होंने कहा कि मुनव्वर फारूकी के शो के खिलाफ बोलने बड़े लोग नहीं आए थे, पार्टी के कार्यकर्ता अपने आपको चमकाने आए थे. उन लोगों का पार्टी और सरकार से अच्छा संबंध है. आज हर मुहल्ले में गली-गली प्रधानमंत्री घूम रहा है.

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