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तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में CDS बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका सहित 13 लोगों की मौत हो गई. क्रैश की खबर आते ही ऐसी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे जो इस घटना के थे ही नहीं. तो वहीं दूसरी ओर BSP प्रमुख मायावती की फोटो लगा एक पुराना स्क्रीनशॉट हाल का बताकर इस दावे से वायरल होने लगा कि वो 2022 में सीएम पद के लिए सबसे पसंदीदा चेहरा हैं.
इसके अलावा, Covid-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच दुनियाभर के कई देशों को लेकर लॉकडाउन से जुड़ा झूठा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. ये झूठा दावा भी किया गया कि योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक मंच पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री को फटकार लगाई. ऐसे ही कई झूठे दावों की पड़ताल क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस हफ्ते की. जानिए इन सभी दावों का सच एक जगह
तमिलनाडु के कुन्नूर में इंडियन एयरफोर्स के एक हेलीकॉप्टर के क्रैश होने पर उसमें सवार 14 लोगों में से 13 की मौत हो गई. CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की भी इस हादसे में जान चली गई. इस घटना से जोड़ कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होने लगे.
सोशल मीडिया पर इस फोटो को हालिया हादसे से जोड़कर भारतीय वायु सेना के पायलट की स्किल्स पर सवाल उठाया गया.
जबकि पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो हालिया हेलकॉप्टर क्रैश की है ही नहीं. फोटो साल 2019 की है. वायरल फोटो जम्मू-कश्मीर के पुंच में क्रैश हुए 'ध्रुव लाइट वेट हेलिकॉप्टर' की है. इस हादसे में सभी सेना अधिकारी सही सलामत बच गए थे.
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इस वीडियो को CDS बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश से जोड़कर शेयर किया गया.
जमीन पर गिरते हेलिकॉप्टर का एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि ये उसी हेलिकॉप्टर के क्रैश होते वक्त का वीडियो है, जिसमें CDS बिपिन रावत (Bipin Rawat) समेत 13 लोगों की मौत हो गई.
हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये वीडियो अरुणाचल प्रदेश में 18 नवंबर को क्रैश हुए भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर का है, तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश का नहीं. इसमें मौजूद पांचों क्रू सदस्यों को मामूली चोटें आई थीं.
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उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Elections) होने वाले हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसमें BSP प्रमुख मायावती की फोटो देखी जा सकती है. स्क्रीनशॉट के जरिए ये दावा किया गया कि सर्वे के मुताबिक, मायावती (Mayawati) सीएम पद की पसंदीदा उम्मीदवार हैं. साथ ही ये दावा किया जा रहा है कि 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीत सकती हैं.
हमें वायरल स्क्रीनशॉट का कोई स्रोत नहीं मिला और न ही हाल की ऐशी कोई रिपोर्ट मिली जिससे ये साबित होता हो कि ये स्क्रीनशॉट हाल का है. ये पोस्ट 2016 से ही इंटरनेट पर मौजूद है, जिससे ये साफ होता है कि ये स्क्रीनशॉट हाल का नहीं, बल्कि पुराना है.
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सोशल मीडिया पर एक लंबा मैसेज शेयर किया गया. जिसमें इटली, फ्रांस, सऊदी अरब, ब्राजील और स्पेन जैसे देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से भायनक स्थिति बताई गई. साथ ही कोरोना की तीसरी लहर को भयानक दिखाने के लिए इसकी तुलना 1917-1919 में फैले स्पैनिश फ्लू से भी की गई.
हालांकि, जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों और लॉकडाउन की स्थिति को बढ़ाचढ़ाकर पेश किया जा रहा है. हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें मैसेज की सत्यता प्रमाणित होती हो. और न ही ऐसी कोई रिपोर्ट मिली, जिसमें इतनी मौतों के आंकड़े बताए गए हों, जितने इस मैसेज में बताए गए हैं. ये मैसेज झूठा है.
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एक 13 सेकंड के वायरल वीडियो में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अपने पास आए एक शख्स को बैठने के लिए कहते दिख रहे हैं.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर इस दावे के शेयर किया जा रहा है कि सीएम और उनके सिक्योरिटी गार्ड्स ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को डांटा.
पड़ताल में हमने पाया कि वीडियो में यूपी सीएम जिस शख्स को फटकारते दिख रहे हैं वो केशव प्रसाद मौर्या नहीं, गोरखपुर बीजेपी के नेता विभ्राट चंद कौशिक हैं. आप नीचे वीडियो में विभ्राट को इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भी देख सकते हैं.
मतलब साफ है कि वीडियो में दिख रहे शख्स गोरखपुर से बीजेपी नेता हैं, न कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या.
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सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ स्थानीय लोग सेना के लोगों से झगड़ते दिख रहे हैं. इसे नागालैंड (Nagaland) में हाल में हुई नागरिकों की मौत से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. शनिवार, 4 दिसंबर को उग्रवाद विरोधी ऑपरेशन में अर्द्धसैनिक बल के जवानों की गोलीबारी में 14 नागरिक मारे गए हैं.
हमने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो हमें ऐसी कई रिपोट्स मिलीं, जिससे पता चला कि ये वीडियो कोलंबिया का है और साल 2018 का है.
कोलंबिया के एक न्यूज पोर्टल Cablenoticias पर 5 जनवरी 2018 को ये वीडियो अपलोड किया गया था. तब कोलंबिया के कोरिंटो में काउका नाम की जगह में सेना और कुछ स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा हुआ था.
मतलब साफ है, सैनिकों से झगड़ा करते स्थानीय लोगों का ये वीडियो नागालैंड का नहीं है और न ही हाल का है. ये वीडियो 2018 का है और कोलंबिया का है जिसे नागालैंड में हाल में हुई नागरिकों की हत्या से जोड़कर झूठे दावे से वायरल किया जा रहा है.
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