दिल्ली की नयी विधानसभा में 16 ऐसे चेहरे दिखेंगे जो पहली बार निर्वाचित होकर सदन पहुंचेगे. ये सभी नये चेहरे आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते हैं. इनमें आतिशी, राघव चड्ढा और दिलीप पांडेय जैसे नेता शामिल हैं. पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले इन विधायकों के बारे में जानिए कुछ बातें.
आम आदमी पार्टी के कई विधायक ऐसे हैं जो अपना करियर छोड़कर राजनीति में आ गए हैं. इन्होंने राजनीति को प्रोफेशन के तौर पर अपनाकर एक नया ट्रेंड सेट किया है. हालांकि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने खुद ही इसकी शुरुआत की थी, जिन्होंने सिविल सर्विस की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा और कामयाब हुए.
आतिशी
कालकाजी सीट से मैदान में उतरीं आतिशि ने बीजेपी के धर्मबीर सिंह को 11,393 वोटों के अंतर से हराया. वह 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट से बीजेपी के गौतम गंभीर से हार गई थीं.आतिशी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और आप के राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य रहीं हैं. कहा जाता है कि आतिशी के सुझाव पर ही मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में बड़े स्तर पर बदलाव किए.
राघव चड्ढा
राजिन्दर नगर सीट से जीतने वाले राघव चड्ढा ने बीजेपी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सरदार आर. पी. सिंह को 20,058 वोटों से हराया. वह भी दक्षिणी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरे थे, लेकिन बीजेपी के रमेश बिधुड़ी से हार गए थे. राघव चड्ढा पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता हैं और आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं. 31 साल के राघव ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया और यहां से वे चार्टर्ड अकाउंटेंट बनकर निकले.
दिलीप पांडेय
2019 में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव हार चुके दिलीप पांडेय ने तिमारपुर सीट से 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है. 2017 में एमसीडी चुनावों में पार्टी की हार के बाद पांडेय ने आप की दिल्ली यूनिट के संयोजक के पद से इस्तीफा दे दिया था.
राजकुमारी ढिल्लों
कांग्रेस छोड़कर विधानसभा चुनावों से पहले आप में आयीं राजकुमारी ढिल्लों ने बीजेपी के तेजिन्दर पाल सिंह बग्गा को हरीनगर सीट से 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. राजकुमारी ग्रेजुएट हैं.
प्रीति तोमर
त्रिनगर सीट से आप की प्रीति तोमर ने बीजेपी के तिलक राम गुप्ता को 10,700 से ज्यादा वोटों से हराया. यह जीत आप के लिए काफी अहम है क्योंकि प्रीति तोमर आप सरकार में कानून मंत्री रह चुके जितेंद्र तोमर की पत्नी हैं. जितेंद्र फर्जी डिग्री के चलते जेल भी जा चुके हैं. विवादों के बाद इस बार आम आदमी पार्टी ने जितेंद्र की बजाय उनकी पत्नी प्रीति को मैदान में उतारा था.
कुलदीप कुमार
कोंडली सीट से उम्मीदवार कुलदीप कुमार ने अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी राज कुमार को 17,907 वोटों के अंतर से हराया. कुलदीप ने 12वीं तक पढ़ाई की है.
मुकेश कुमार अहलावत
मुकेश कुमार अहलावत ने सुल्तानपुर माजरा से बीजेपी के उम्मीदवार राम चंदर चावरिया को 48,052 वोटों के अंतर से हराया. मुकेश 12वीं पास हैं. 2015 के चुनावों में इस सीट पर आप के उम्मीदवार संदीप ने कांग्रेस प्रत्याशी जयकिशन को हराया था. लेकिन इस बार आप ने संदीप की जगह मुकेश कुमार अहलावत को अपना उम्मीदवार बनाया था.
अब्दुल रहमान
सीलमपुर सीट से आप के अब्दुल रहमान ने बीजेपी के कौशल मिश्रा को 36,920 वोटों से हराया. इस सीट पर कांग्रेस के मतीन अहमद तीसरे स्थान पर रहे. यह सीट उन सीटों में से है जहां कांग्रेस को मुकाबले में माना जा रहा था. पिछले चुनाव में भी यह सीट आम आदमी पार्टी के खाते में थी. 8वीं पास अब्दुल रहमान का आयरन स्क्रैप का बिजनेस है. वे इससे पहले पार्षद रह चुके हैं
सुरेंद्र कुमार
गोकलपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार को जीत मिली है. सुरेंद्र कुमार ने भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार रंजीत सिंह को 19 हजार 488 वोटों से मात दी. 10वीं पास सुरेंद्र के ऊपर 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
जय भगवान
बवाना सीट से आप के जय भगवान ने 95,455 वोट हासिल कर जीत दर्ज की. शुरुआती रूझानों में आगे चल रहे बीजेपी के रवींद्र कुमार 83456 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे.
राज कुमार आनंद
पटेल नगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के राज कुमार आनंद ने जीत हासिल की. उन्होंने बीजेपी के परवेश रतन को 30935 वोटों से हराया. आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर राज कुमार आनंद को टिकट दिया था. राज कुमार आनंद पोस्ट ग्रेजुएट हैं.
रोहित कुमार
त्रिलोकपुरी सीट से आप के रोहित कुमार महरौलिया ने जीत हासिल की. महरौलिया को 69947 वोट मिले. वहीं दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी की किरण वैद्य को 57461 वोट मिले. मतदान में इस सीट पर कुल 133269 वोट पड़े थे. रोहित कुमार ने प्रयाग संगीत समिति से संगीत प्रभाकर का डिग्री कोर्स किया है और पेशे से म्यूजिक टीचर हैं.
विनय मिश्रा
द्वारका विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विनय मिश्रा ने जीत दर्ज की. विनय मिश्रा ने बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न राजपूत को 14,387 वोटों के अंतर से हराया. विनय को कुल 70,954 वोट मिले और वहीं प्रद्युम्न राजपूत को 56,540 वोट ही हासिल हुए. 37 साल के विनय मिश्रा सोशल वर्क से जुड़े रहे हैं और वे पोस्ट ग्रेजुएट हैं.
वीरेंद्र सिंह कादियान
दिल्ली कैंट सीट से आम आदमी पार्टी के वीरेंद्र सिंह कादियान ने बीजेपी के मनीष सिंह को 10590 वोटों से हराया. वीरेंद्र सिंह कादियान को कुल 28971 वोट मिले वहीं बीजेपी के मनीष सिंह के खाते में 18381 और कांग्रेस के संदीप तंवर के खाते में महज 7954 वोट ही आए. पोस्ट ग्रेजुएट वीरेंद्र सिंह कादियान पेशे से वकील हैं.
धर्मपाल लाकड़ा
दिल्ली की मुंडका विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी धर्मपाल लाकड़ा ने बीजेपी प्रत्याशी मास्टर आजाद सिंह को 19158 वोटों से शिकस्त दी.धर्मपाल लाकड़ा को 90293 वोट मिले, जबकि आजाद सिंह को 71135 वोट हासिल हुए. पेशे से कारोबारी लाकड़ा इस चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार थे, जिनकी घोषित संपत्ति 2 अरब 92 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
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