उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Election) जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सभी राजनीतिक दल अपने रणनीतिक फैसले लेते नजर आ रहे हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने फैसला किया है कि वह शिष्टाचार के तौर पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा शिवपाल यादव के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने लोकसभा के चुनाव में अमेठी और रायबरेली सीट से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सोनिया गांधी के खिलाफ कोई कैंडिडेट नहीं उतारा था.
बीजेपी के सीनियर नेता और आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल ने करहल विधानसभा सीट से अपने नॉमिनेशन के बाद कहा कि मैनपुरी किसी का गढ़ नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा..मेरा प्रवेश हर चुनाव में आश्चर्यजनक था. मालूम हो कि अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से ही खड़े हैं.
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) छोड़कर पारिवारिक कलह के बाद अपना राजनीतिक दल बनाने वाले शिवपाल यादव ने इस चुनाव में अखिलेश यादव से हाथ मिला लिया है. वो जसवंतनगर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, जिसे यादव परिवार का गढ़ माना जाता है.
बता दें कि मायावती (Mayawati) की बहुजन समाज पार्टी ने घोषणा की है कि वह दोनों नेताओं के खिलाफ दलित उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी.
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