हमसे जुड़ें
ADVERTISEMENTREMOVE AD

World Diabetes Day 2023: डायबिटीज से जुड़े इन 8 मिथकों से बचें

वर्ल्ड डायबिटीज डे: डायबिटीज के साथ कई तरह मिथक सालों से जुड़े हुए हैं जिन्हें पहचानना बेहद जरुरी है.

Published
फिट
3 min read
World Diabetes Day 2023: डायबिटीज से जुड़े इन 8 मिथकों से बचें
i
Hindi Female
listen

रोज का डोज

निडर, सच्ची, और असरदार खबरों के लिए

By subscribing you agree to our Privacy Policy

World Diabetes Day 2023: वर्ल्ड डायबिटीज डे के दिन लोगों को डायबिटीज बारे में जागरूक कर उससे बचने और मैनेज करने के तरीकों के बारे में बताया जाता है. डायबिटीज के साथ कई तरह मिथक सालों से जुड़े हुए हैं जिन्हें पहचानना बेहद जरुरी है ताकि डायबिटीज से लड़ने में हम से कहीं कोई चूक न हो जाए.

डायबिटीज भारत में एक महामारी का रूप लेता जा रहा है. टाइप 2 डायबिटीज मरीजों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है. ऐसे में सही जानकारी होना महत्वपूर्ण है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं डायबिटीज से जुड़े मिथक और सच्चाई के बारे में.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

1 मिथक: डायबिटीज बहुत अधिक मात्रा में शुगर के खाने की वजह से होती है.

फैक्ट: टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) का जोखिम बढ़ाने में कई कारण योगदान देते हैं, जिनमें इनएक्टिव लाइफस्टाइल और अधिक कैलोरी वाला खाना प्रमुख है, न कि सिर्फ शुगर.

2 मिथक: डायबिटीज सिर्फ वृद्ध लोगों को होता है. 

फैक्ट: टाइप 2 डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकता है और लाइफस्टाइल में बदलावों के चलते अब युवाओं में भी डायबिटीज का खतरा बढ़ गया है. भारतीय उपमहाद्वीप के लोगों की जेनेटिक बनावट की वजह से, पश्चिमी देशों की आबादी के मुकाबले, उनमें डायबिटीज जल्दी होने का खतरा ज्यादा होता है. 

3 मिथक: डायबिटीज के मरीज फल नहीं खा सकते.

फैक्ट: फल सेहतमंद विकल्प होते हैं और संतुलित डाइट का हिस्सा होना चाहिए. उनमें नेचुरल शुगर होता है, लेकिन केक, बिस्किट और मिठाइयों के मुकाबले शुगर कम होता है और इनसे जरूरी पोषक तत्व और फाइबर भी मिलते हैं.

डायबिटीज आम तौर पर जेनेटिक, लाइफस्टाइल संबंधी कारणों या दूसरी वजहों से होता है.
डॉ. छवि अग्रवाल, एसोसिएट कंसल्टेंट- एंडोक्रिनोलॉजी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली

4 मिथक: एक बार इंसुलिन की शुरुआत होने पर, यह जीवन भर चलता है. 

फैक्ट: इंसुलिन (insulin) एक प्रभावी दवा है, जिसके साइड इफेक्ट कम होते हैं. इस्तेमाल करने की अवधि इंसुलिन शुरू करने के संकेत पर निर्भर करता है और यह निश्चित तौर पर जीवन भर चलने वाली थेरेपी नहीं है.

5 मिथक: डायबिटीज का मतलब सिर्फ ब्लड शुगर का हाई लेवल होता है. 

फैक्ट: डायबिटीज में ब्लड शुगर का स्तर कम या ज्यादा, दोनों हो सकता है. ब्लड शुगर की देखभाल का मतलब है सही संतुलन बिठाना. ब्लड शुगर का कम स्तर (हाइपोग्लाइसीमिया) भी डायबिटीज मरीजों के लिए चिंताजनक है. 

ADVERTISEMENTREMOVE AD

6 मिथक: हर तरह के कार्बोहाइड्रेट डायबिटीज का सामना कर रहे लोगों के लिए बुरे होते हैं.

फैक्ट: कार्बोहाइड्रेट, दरअसल, एनर्जी के महत्वपूर्ण स्रोत हैं. डायबिटीज मरीजों को अपने खानपान में कार्बोहाइड्रेट को शामिल करना चाहिए और वे इन्हें ले सकते हैं, लेकिन उन्हें अपने खानपान पर नजर रखनी चाहिए और नार्मल कार्बोहाइड्रेट के मुकाबले कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट को चुनना चाहिए. 

7 मिथक: आपको किसी दूसरे की वजह से भी डायबिटीज हो सकता है

फैक्ट: डायबिटीज संक्रामक रोग नहीं है, तो यह किसी दूसरे व्यक्ति से आपको नहीं हो सकता है. आम तौर पर यह जेनेटिक, लाइफस्टाइल संबंधी कारणों या दूसरी वजहों से होता है.

8 मिथक: डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से व्यायाम करने की जरूरत नहीं होती है.

फैक्ट: व्यायाम करना डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद होता है. इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बेहतर बनाने और सेहत को सुधारने में मदद मिलती है. रेगुलर एक्सरसाइज, डायबिटीज को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाता है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
और खबरें
×
×