देशभर में एक बार फिर प्याज के दाम लोगों को रुलाने वाली कीमतों पर पहुंच चुके हैं. देश के कई शहरों में प्याज 80 रुपये किलो तक बिक रहा है. कुछ ही दिनों में प्याज की कीमतों में कई गुना इजाफा हो चुका है. जिसके चलते लोगों को अपनी जेब ढ़ीली करने पड़ रही है, वहीं सरकार के लिए भी ये चिंता का विषय बन सकता है.
क्या हैं दाम बढ़ने के कारण
देश में प्याज के दाम लगभग हर साल बढ़ते हैं. लेकिन इस बार प्याज की कमी कुछ ज्यादा ही दिखने लगी है. इसीलिए अचानक से प्याज की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिला है. भारी बारिश और बाढ़ के चलते कई राज्यों से प्याज की सप्लाई में कमी आई है. वहीं जमाखोरी भी जमकर हो रही है. देश के कई व्यापारी मौके का फायदा उठाने के लिए गोदामों में कई टन प्याज सस्ते दामों में खरीदकर जमा कर लेते हैं. जिसके बाद इसे कई गुना कीमत पर बाजार में उतारा जाता है.
अगस्त और सितंबर के महीने में देश के कई राज्यों में भारी बारिश हुई. जिससे प्याज की सप्लाई पर खासा असर पड़ा. देशभर में प्याज सप्लाई करने वाले प्रदेश जैसे- महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश बाढ़ की चपेट में आए. जिसके चलते ट्रकों का संचालन और पानी के रास्ते सप्लाई पर असर पड़ा. जिसके नतीजे अब बाजार में दिख रहे हैं.
स्टोरेज पर रहना पड़ता है निर्भर
सितंबर-अक्टूबर के महीने में प्याज की कमी इसलिए भी होती है, क्योंकि इन महीनों में इसकी पैदावार काफी कम होती है. सिर्फ स्टोरेज पर ही निर्भर रहना पड़ता है. ऐसे में अगर सप्लाई पर थोड़ा भी असर पड़ता है तो सीधे दाम बढ़ने शुरू हो जाते हैं.
प्याज की सबसे ज्यादा खेती सर्दियों में की जाती है. दिसंबर और जनवरी के महीने में प्याज की खेती होती है और अप्रैल-मई तक प्याज खेतों से निकाले जाते हैं. ये वही खेती होती है जिससे अगले कई महीनों तक देशभर में आपूर्ति की जाती है.
हालांकि गर्मियों में भी प्याज की खेती की जाती है. खरीफ सीजन के दौरान मई-जून में इसकी खेती की जाती है. जिसके बाद अक्टूबर-नवंबर तक प्याज तैयार होता और उसे खेतों से निकाला जाता है. जिसके चलते इन महीनों में प्याज की कीमतों में नरमी बनी रहती है.
क्या हैं प्याज की मौजूदा कीमतें
प्याज की मौजूदा कीमतों की बात करें तो ये देश के अलग-अलग शहरों में 50 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा कीमत पर बिक रहा है. वहीं कुछ शहर ऐसे भी हैं जहां इसकी कीमते 80 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुकी हैं.
प्याज की बढ़ती कीमतों पर केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि प्याज की कोई कमी नहीं है. उन्होंने मौसम को इसका जिम्मेदार ठहराया. पासवान ने कहा कि बाढ़ के चलते ढुलाई में दिक्कत आ रही है. लेकिन सरकार अलर्ट है.
गोदामों पर कड़ी सुरक्षा
अब प्याज की कीमतें सेब की कीमतों से भी ज्यादा होने पर चोरी की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं. कई गोदामों से लाखों का प्याज चोरी होने की खबरें आई हैं. बिहार के पटना में एक गोदाम से चोरों ने करीब 8 लाख रुपये के प्याजों पर हाथ साफ कर लिया. बताया गया कि यहां करीब 325 बोरी प्याज चोरी हुआ. वहीं महाराष्ट्र के नासिक में 1 लाख रुपये के प्याज चोरी हुए. यहां एक किसान के स्टोर से कई बोरी प्याज चोरी कर लिए गए.
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