कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से सभी क्लास अब ऑनलाइन पढ़ाई जा रही हैं. ये ऑनलाइन क्लास शायद छात्रों को उबाऊ लग रही हैं, लेकिन टीचरों के लिए ये किसी बुरे सपने से कम नहीं है. पिछले कुछ महीनों में कई टीचरों ने ऑनलाइन क्लास में अपमान और बदसलूकी का सामना किया. यहां तक की महिला टीचरों को रेप की धमकी दी जा रही है.
हाईस्कूल टीचर नीलिमा (बदला हुआ नाम) अपने साथ हुई घटना याद करते हुए कहती हैं, “ये मेरे जीवन का सबसे बुरा दिन था.”
दिल्ली के एक निजी स्कूल में टीचर 35 वर्षीय नीलिमा ने ऑनलाइन क्लास लेना शुरू ही किया था कि एक अज्ञात यूजर ने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम पर अपनी स्क्रीन शेयर करना शुरू कर दिया. नीलिमा ने जो देखा उसपर उन्हें यकीन ही नहीं हुआ. उनकी स्क्रीन पर पॉर्न वीडियो चल रहा था.
कुछ सेकेंड्स के लिए नीलिमा स्तब्ध हो गईं. फिर उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ-साथ, ऑनलाइन क्लास में मौजूद करीब 20 बच्चों ने भी ये वीडियो देखा.
स्तब्ध और डरी-सहमी नीलिमा को समझ नहीं आया कि आगे क्या करना है. उन्होंने ‘जल्दबाजी में ऑनलाइन क्लास खत्म कर दी.’
नीलिमा अकेली नहीं हैं. ऑनलाइन क्लास लेने वाले टीचरों को अपमानजनक शब्दों से लेकर यौन हिंसा तक की धमकी तक सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन मिल रही इन धमकियों ने टीचर्स के आत्मसम्मान को कुचल दिया है.
यूजर ने कहा- ‘मैं तुम्हारा रेप कर दूंगा’
अर्चना (बदला हुआ नाम) 12वीं क्लास के छात्रों के लिए पॉलिटिकल साइंस की एक्स्ट्रा क्लास ले रही थीं, जब उनके पास एक यूजर की रिक्वेस्ट आई, जिसने अपना नाम द मास्टरमाइंड रखा हुआ था.
हरियाणा के निजी स्कूल में पढ़ाने वालीं अर्चना को लगा कि ये शरारत की कोशिश कर रहा कोई स्टूडेंट होगा. इसलिए उन्होंने उसे ऑनलाइन क्लास में शामिल कर लिया. आखिरकार, ये एक एक्स्ट्रा क्लास थी और वो जो कुछ भी बचा था, उसे जल्द खत्म कर दूसरे काम करना चाहती थीं.
उन्होंने पढ़ाना शुरू ही किया था, जब द मास्टरमाइंड ने उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया. यूजर ने मिसॉजनिस्ट गालियों से लेकर उनके घर में घुसने और उनका रेप करने तक की धमकी दी. यूजर ने अर्चना को नहीं पढ़ाने के लिए कहा, “दिमाग क्यों खराब कर रही है पढ़ा के, बंद कर दे.”
अर्चना ने जल्दी से क्लास खत्म कर दी और एक महीने तक वापस पढ़ाने नहीं लौटीं.
मास्क पहने यूजर ने कहा- ‘तुम्हारा पैर तोड़ दूंगा’
पश्चिम बंगाल के फिजिकल एजुकेशन के टीचर रोबी कहते हैं कि ये कहना गलत होगा कि सिर्फ महिला टीचर्स ऑनलाइन हैरेसमेंट का शिकार हो रही हैं.
मार्च में लॉकडाउन के बाद से लगभग सभी क्लास ऑनलाइन पढ़ाई जा रही हैं. ऐसे में मैथ, इंग्लिश, सांइस जैसे कोर सबजेक्ट्स स्टूडेंट्स को पढ़ाना जरूरी है. लेकिन एक के बाद एक लॉकडाउन और कोरोना वायरस के बढ़ते कहर ने ये साफ कर दिया है कि स्कूल अभी कुछ समय तक के लिए बंद ही रहेंगे.
रोबी ने कहा, “इसका मतलब है कि फिजिकल एजुकेशन (PE) की क्लास भी अब ऑनलाइन होगी.”
ऐसी ही एक ऑनलाइन क्लास में मास्क पहना एक शख्स शामिल हुआ और उनका मजाक बनाने लगा. रोबी ने कहा, “पहले मुझे लगा कि वो पेरेंट है, लेकिन फिर वो मेरे बंगाली में बोलने की नक्ल करने लगा.” जब हमने उसे क्लास से जाने के लिए कहा, तो उसने धमकी दी कि मेरी हड्डियां तोड़ देगा. ऐसा उसने पूरी क्लास के सामने कहा.
टीचरों के साथ बदतमीजी बन गया है वायरल ट्रेंड?
एक टीचर के साथ दुर्व्यवहार, उत्पीड़न और पूरी क्लास के सामने रेप की धमकी देना काफी शर्मिंदगी भरा है. अब सोचिए कि ये वीडियो ऑनलाइन अपलोड किए जा रहे हैं. ये हकीकत काफी डरावनी है.
और ये वीडियो सबसे ज्यादा यूट्यूब पर अपलोड किए जा रहे हैं. एक सिंपल सर्च से ऐसे वीडियो की लाइन लग जाती है जिसमें टीचरों के साथ बदतमीजी की जा रही है और उन्हें धमकाया जा रहा है.
ऐसे ही एक वीडियो में, एक अज्ञात यूजर अपनी फीमेल कॉलेज प्रोफेसर को रेप की धमकी दे रहा है. जब वो बीच में रुकता है, एक दूसरा यूजर कहता है, “भाई मैं भी डालूंगा.”
इससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात है ऐसे वीडियो पर स्टूडेंट्स के कमेंट्स, जो हैकर्स से ऑनलाइन क्लास में शामिल हो कर 'मजे' करने की बात कर रहे हैं.
लेकिन ऐसा कर क्यों रहे हैं स्टूडेंट्स?
बेंगलुरु के फोर्टिस अस्पताल में कंस्लटेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट आकांक्षा पांडे का मानना है कि ऐसे कामों में शामिल हो कर स्टूडेंट्स अपना गुस्सा निकालने के अलावा, हो सकता है कि वो दूसरे छात्रों से वैलिडेशन की भी उम्मीद कर रहे हों.
वो कहती हैं कि छात्र इस बात से पूरी तरह अनजान नहीं हैं कि वो क्या कर रहे हैं, लेकिन जो वैलिडेशन उन्हें अपने साथियों को हंसाने या उनकी तारीफ करते प्राइवेट मैसेज से मिलता है, इससे वो ऐसी हरकतों को ‘कूल’ समझने लगते हैं.
IT एक्ट का उल्लंघन
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट रक्षित टंडन का कहना है कि रोजाना देशभर से उन्हें इस तरह की तीन से चार शिकायतें मिलती हैं.
हाल की एक घटना को याद करते हुए उन्होंने बताया कि 7वीं क्लास के छात्रों की ऑनलाइन क्लास में पॉर्न शेयर की गई थी. उन्होंने कहा, “ये इतना आम हो बन गया है.” हालांकि, छात्रों को ये भी याद रखना चाहिए कि अगर वो फर्जी आईडी का भी उपयोग करते हैं, तो भी उनकी सभी ऑनलाइन एक्टिविटी वापस ई-ट्रैक की जा सकती हैं.
टंडन कहते हैं कि इसका सबसे अच्छा तरीका है, छात्रों को बड़े स्तर पर साइबर जागरूक करना.
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