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FACT CHECK: जवाहरलाल नेहरू की फोटो एडिट कर हाथ में पकड़ाया गया लोटा

असली तस्वीर में पूर्व पीएम नेहरू के हाथ में कोई बर्तन नहीं दिख रहा है. फोटो से छेड़छाड़ कर किया जा रहा गलत दावा.

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भारत के पूर्व प्रधानमंंत्री जवाहरलाल नेहरू (JawaharLal Nehru) की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें दो महिलाओं के साथ एक पहाड़ी वाले रास्ते में चलते देखा जा सकता है. तस्वीर में नेहरू के हाथ में लोटे जैसा कोई बर्तन दिख रहा है.

क्या है दावा?: एक यूजर ने तस्वीर शेयर कर कैप्शन में लिखा है, ''पहले जब हर जगह शौचालय नहीं होते थे तो निपटने के लिए ऐसे ही जाते थे। लेकिन मैडम एडविना के पीछे लोटा लेकर कौन चल रहा है? देखिए तो सही...''

असली तस्वीर में पूर्व पीएम नेहरू के हाथ में कोई बर्तन नहीं दिख रहा है. फोटो से छेड़छाड़ कर किया जा रहा गलत दावा.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

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वीडियो को कई यूजर्स ने ऐसे ही मिलते जुलते दावों से शेयर किया है. इनमें से कुछ के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

सच क्या है?: वायरल तस्वीर एडिटेड है.

  • असली तस्वीर साल 1948 की है, जब पूर्व पीएम नेहरू शिमला छुट्टी बिताने गए थे. तब की तस्वीर से छेड़छाड़ कर नेहरू के हाथ में लोटा पकड़ाया गया है.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: तस्वीर को गूगल पर साधारण सा रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें स्टॉक इमेज वेबसाइट Alamy पर यही फोटो मिली.

  • तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, ''प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और माउंटबेटन की पत्नी साल 1948 में शिमला में छुट्टियों के दौरान टहलते हुए''.

असली तस्वीर में पूर्व पीएम नेहरू के हाथ में कोई बर्तन नहीं दिख रहा है. फोटो से छेड़छाड़ कर किया जा रहा गलत दावा.

ये तस्वीर 1948 की है.

(फोटो: Alamy/Altered by The Quint)

  • ये तस्वीर Wikimedia Commons पर भी इसी कैप्शन के साथ अपलोड की गई है.

  • वायरल तस्वीर और ओरिजनल के बीच तुलना करने पर आप साफ देख सकते हैं, कि असली तस्वीर में नेहरू के हाथ में कुछ भी नहीं है.

असली तस्वीर में पूर्व पीएम नेहरू के हाथ में कोई बर्तन नहीं दिख रहा है. फोटो से छेड़छाड़ कर किया जा रहा गलत दावा.

बाएं वायरल फोटो, दाएं Alamy फोटो

(फोटो: Altered by The Quint)

पहले भी नेहरू से जुड़े कई गलत दावे हो चुके हैं वायरल: इसके पहले भी जवाहरलाल नेहरू को लेकर सोशल मीडिया पर कई गलत दावे किए जा चुके हैं, जिनकी पड़ताल क्विंट हिंदी ने की ही. इन्हें आप यहां, यहां और यहां पढ़ सकते हैं.

निष्कर्ष: साफ है कि नेहरू की तस्वीर एडिट कर गलत दावे से शेयर की जा रही है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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