सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ लोग आपस में मारपीट करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में दिख रहे लोगों के लिबास से वो मुस्लिम समुदाय के लग रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वो रमजान में पूरे दिन भूखे रहने के बाद खाने के लिए आपस में लड़ाई कर कर रहे हैं.
हालांकि, हमने पाया कि ये घटना 2019 की है और सऊदी अरब (Saudi Arabia) के मदीना की है. तब इफ्तार से पहले बैठने को लेकर लोगों में झगड़ा हो गया था. इस वीडियो को भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.
दावा
वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा जा रहा है, "रमज़ान में पूरे दिन भूखे रहने के बाद शाम को खाने के लिए शांति से एकदूसरे को आग्रह करते शांतिदूत..."
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर, हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हमें इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन The New Arab पर 16 मई 2019 को पब्लिश एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किए गए थे.
रमजान के महीने में रोजा रखने वाले लोग शाम को जो खाना खाते हैं, उसे इफ्तार कहते हैं.
आर्टिकल के मुताबिक, सऊदी अरब के मदीना शहर की अल-गमामा मस्जिद के बाहर एक सार्वजनिक इफ्तार के दौरान लोगों में मारपीट शुरू हो गई. ये झगड़ा बैठने की व्यवस्था को लेकर हुआ था.
हमें घटना से जुड़ी एक रिपोर्ट इंग्लिश ई-न्यूजपेपर Morocco World News पर भी मिली, जो 17 मई 2019 को पब्लिश हुई थी.
मतलब साफ है कि सऊदी अरब में एक मस्जिद के बाहर हुए झगड़े का 2019 का वीडियो सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि रमजान में पूरे दिन भूखे रहने के बाद मुस्लिमों में आपस में झगड़ा हो गया.
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