पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के विरोध में देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हुए. इसी बीच पुलिस से झड़प करती एक महिला का वीडियो शेयर कर ये झूठा दावा किया गया कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी से जुड़ी कोई रिपोर्ट अभी तक नही आई. इसके अलावा, मध्य प्रदेश के जबलपुर का एक साल पुराना वीडियो झूठे हिंदू-मुस्लिम नैरेटिव से शेयर किया गया.
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के सरकार से बगावत के बाद ये दावा किया गया कि उन्होंने अपने ट्विटर बायो से पार्टी का नाम हटा लिया है. महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को लेकर भी ऐसा ही दावा किया गया कि उन्होंने अपने बायो से 'मंत्री पद' हटा लिया है. हालांकि, हमारी पड़ताल में दोनों ही दावे झूठे निकले.
राहुल गांधी के नाम पर एक फर्जी ट्विटर स्क्रीनशॉट शेयर कर ये दावा भी किया गया कि उन्होंने ED को चुनौती देते हुए ट्वीट किया है. अग्निपथ योजना से भी जोड़कर एक 14 साल पुरानी फोटो शेयर कर ये गलत दावा किया गया कि योजना की वजह से दो सगे भाइयों ने आत्महत्या कर ली.
क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस हफ्ते हमें ऐसे कई झूठे दावों की पड़ताल की और उनका सच आपको बताया.
क्या Nupur Sharma की गिरफ्तारी का है ये वीडियो?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक महिला को घसीटते कुछ पुलिसकर्मी दिख रहे हैं. दावा किया गया कि वीडियो में दिख रही महिला नूपुर शर्मा है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
पड़ताल में हमने पाया कि वीडियो नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का नहीं है, बल्कि राजस्थान के चूरू जिले के तारानगर में हुए किसानों के प्रदर्शन का है. एसडीएम ऑफिस के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी, ये वीडियो उसी वक्त का है. रिपोर्ट लिखे जाने तक नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी से जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं आई है. इसके अलावा, वीडियो में जो महिला दिख रही हैं उनका नाम भूमि बिरमी है और वो भारतीय किसान यूनियन (BKU) की महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं.
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मध्य प्रदेश का पुराना वीडियो झूठे हिंदू-मुस्लिम नैरेटिव से वायरल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. वीडियो में एक शख्स को पीटते कुछ लोग दिख रहे हैं. दावा किया गया कि एक मुस्लिम दुकानदार दुकान पर रिचार्ज कराने आई एक नाबालिग हिंदू लड़की से रेप कर रहा था.
पड़ताल में हमने पाया कि ये घटना हाल की नहीं, बल्कि 2021 में कोरोना लॉकडाउन के दौरान की है. तब एक दुकानदार और एक महिला को कथित रूप से आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया था.
इसके अलावा, पुलिस के मुताबिक, लड़का और लड़की दोनों बालिग थे और लड़की ने दुकानदार पर किसी भी तरह का आरोप नहीं लगाया था. इसके अलावा, लड़की ने संदिग्ध अवस्था में पाए जाने से जुड़े आरोपों को भी गलत बताया था.
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आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे से जुड़े झूठे दावे और उनका सच
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच दावा किया गया कि सरकार में मंत्री और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर बायो से मंत्री पद हटा लिया है. इसी तरह एकनाथ शिंदे के ट्विटर बायो को लेकर भी कहा जा रहा है कि उन्होंने यहां से शिवसेना हटा लिया है.
आदित्य ठाकरे से जुड़े झूठे दावे का स्क्रीनशॉट-
एकनाथ शिंदे से जुड़े झूठे दावे का स्क्रीनशॉट-
ये दोनों दावे कई न्यूज मीडिया ऑर्गनाइजेशन ने किए.
हालांंकि, पड़ताल में हमने वेबैक मशीन पर जाकर देखा कि आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे के ट्विटर के पुराने आर्काइव्स में उनके बायो में क्या लिखा हुआ है. हमने पाया कि महाराष्ट्र मे 21 जून 2022 से शुरू हुई सियासी उठापटक से पहले भी इन दोनों के ट्विटर बायो में वही लिखा था, जो फिलहाल लिखा है. दोनों के ट्विटर के पुराने आर्काइव्स आप नीचे देख सकते हैं.
आदित्य ठाकरे के ट्वीट का पुराना आर्काइव-
एकनाथ शिंदे के ट्वीट का पुराना आर्काइव-
क्या राहुल गांधी ने किया ED को चुनौती देते हुए ट्वीट?
कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ट्वीट का बताकर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया गया. स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है कि राहुल गांधी ने ईडी को चुनौती देते हुए लिखा कि वो कभी झुकेंगे नहीं. वहीं ट्वीट के आखिर में पुष्पा फिल्म का मशहूर डायलॉग हैशटेग में लिखा हुआ है #MeinJhukegaNahi
हमारी पड़ताल में ये स्क्रीनशॉट एडिटेड निकला. राहुल गांधी की ट्विटर टाइमलाइन पर ऐसा कोई ट्वीट हमें नहीं मिला. वहीं वायरल स्क्रीनशॉट को राहुल के असली ट्वीट के फॉर्मेट से मिलाकर देखने पर भी साफ हो रहा है कि ये फर्जी है.
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Agnipath Scheme आने के बाद आत्महत्या की बताई जा रही फोटो 14 साल पुरानी है
सोशल मीडिया पर 2 शवों की दिख रही एक फोटो वायरल है. फोटो को अग्निवीर योजना से जोड़कर दावा किया जा रहा है कि सहारनपुर (Saharanpur) के दो भाई सेना में जाने के लिए फिट थे और उन्होंने आत्महत्या कर ली.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो 14 साल पहले से इंटरनेट पर मौजूद है, जबकि 'अग्निपथ' योजना की घोषणा 14 जून, 2022 को की गई थी.
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