ADVERTISEMENTREMOVE AD

आजम खान, प्रो. रतन लाल, डांस करते शशि थरूर और असम बाढ़ से जुड़े फेक दावों का सच

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कांग्रेस (Congress) चिंतन शिविर में शशि थरूर के डांस करने से जुड़े झूठे दावे से लेकर आजम खान (Azam Khan) के गिरफ्तारी से पहले के वीडियो को हाल में रिहाई के बाद का बताकर शेयर करने तक. पीएम मोदी के विरोध में Go Back Modi लिखी एडिटेड तस्वीर से लेकर DU प्रोफेसर रतनलाल (Professor Ratan Lal) की गिरफ्तारी के गलत दावे से शेयर किए जा रहे पुराने वीडियो तक. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस हफ्ते ऐसे कई फेक दावों की पड़ताल की. डालते हैं इन सभी दावों की पड़ताल पर एक सरसरी नजर.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कांग्रेस चिंतन शिविर में फिल्मी गाने पर थिरके शशि थरूर?

कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर का डांस करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया गया कि ये वीडियो राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर का है. वीडियो में फिल्म 'नो एंट्री' का गाना भी बज रहा है.

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

हालांकि, पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. शशि थरूर का ये वीडियो कांग्रेस के चिंतन शिविर का नहीं, बल्कि केरल में हुए कांग्रेस के एक कार्यक्रम का है, जहां शशि थरूर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

इसके अलावा, मलयालम फिल्म 'भीष्म पर्वम' के गाने 'परुदीसा' की तर्ज पर बनाया गया चुनावी गीत बज रहा था, जिसे महिला कार्यकर्ताओं ने तैयार किया था. इस गाने को हटाकर फिल्म 'नो एंट्री' का गाना जोड़ा गया है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

आजम खान ने हाल में जेल से बाहर आने के बाद दिया ये बयान?

रामपुर से SP विधायक आजम खान का एक वीडियो हाल का बताकर शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि आजम खान दोबारा जेल जाने से डर रहे हैं. वीडियो में आजम खान कहते दिख रहे हैं, ''हमको अपनी जान बचाना मुश्किल पड़ रही है, हमें किसी के बयान से क्या लेना''.

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि ये वीडियो हाल का नहीं, बल्कि दिसंबर 2019 का है. जब News 24 के रिपोर्टर मनीष कुमार ने राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' वाले विवादास्पद बयान पर तब लोकसभा सांसद आजम खान से प्रतिक्रिया ली थी.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीएम मोदी के विरोध में रेलवे स्टेशन पर लिखा गया Go Back Modi?

सोशल मीडिया पर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे बोर्ड की तस्वीर वायरल हो रही है. इस बोर्ड पर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ Go Back Modi लिखा दिख रहा है.

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

पोस्ट का अर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमारी पड़ताल में ये फोटो एडिटेड निकली. वायरल हो रही ये फोटो कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन की है. हमें देश की सबसे लंबी दूरी वाली ट्रेन (डिबरूगढ़ से कन्याकुमारी) का एक टाइम लैप्स वीडियो मिला. वीडियो के 1 मिनट 43 सेकंड पर वायरल विजुअल दिख रहा है जिसे एडिट कर बोर्ड पर Go Back Modi लिखा गया.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रोफेसर रतन लाल को गिरफ्तार करती दिल्ली पुलिस का है ये वीडियो?

ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में 'शिवलिंग' मिलने को लेकर विवादित टिप्पणी करने के आरोपी दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल का बता एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक शख्स को लंबी छड़ से पकड़ते देखे जा सकते हैं. इस छड़ में आगे राउंड शेप में पकड़ने के लिए सांचा बना हुआ है, जिससे शख्स को पकड़ा गया है.

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स रतन लाल नहीं हैं, क्योंकि ये वीडियो 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान का है. वीडियो में चंडीगढ़ पुलिस की डेवलप की गई उस डिवाइस को दिखाया गया है, जिसे कोविड नियमों का पालन न करने वालों को पकड़ने के लिए तैयार किया गया था. वीडियो को तब डीजीपी चंडीगढ़ ने भी ट्वीट किया था.

मतलब साफ है कि ये वीडियो प्रो. रतन लाल का नहीं है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

असम का है बाढ़ में ढहते पुल और डूबते लोगों का ये वीडियो?

असम में आई बाढ़ से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें तीन लोगों का एक परिवार पुल गिरने की वजह से पानी में गिरकर डूबते दिख रहा है. दावा किया जा गया कि ये घटना हाल में बाढ़ प्रभावित असम की है.

पीएम मोदी के विरोध में न तो रेलवे स्टेशन पर Go Back Modi लिखा गया और न ही शशि थरूर ने चिंतन शिविर में डांस किया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

हालांकि, वीडियो न तो असम का है और न ही हाल का. वीडियो अगस्त 2017 का है, जब बिहार के अररिया जिले में अचानक आई बाढ़ से एक पुल गिर गिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुल गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई थी. तब क्विंट ने भी इस घटना पर रिपोर्ट छापी थी.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×