सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी एक सूटकेस की तलाशी लेते हुए दिख रहे हैं, जहां उन्हें महिला का शव मिलता है. वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि महिला हिंदू समुदाय से है और उसे एक मुस्लिम (Muslim) शख्स ने मारा है.
वीडियो के कैप्शन के मुताबिक, ये घटना हरियाणा के गुरुग्राम में इफको चौक की है.
हालांकि, इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. गुरुग्राम एसीपी प्रीत पाल सिंह ने क्विंट को बताया कि महिला की हत्या उसके पति ने की है. दोनों एक ही समुदाय के हैं और ये घटना घरेलू झगड़े के बाद हुई.
दावा
वीडियो शेयर कर कैप्शन में दावा किया जा रहा है कि अगर हिंदू समुदाय की महिलाएं मुस्लिम लड़कों पर भरोसा करेंगे तो उनकी बॉडी भी ऐसे ही किसी सूटकेस में मिलेगा.
(हमने वीडियो की प्रकृति की वजह से इससे जुड़े किसी भी लिंक का इस स्टोरी में इस्तेमाल नहीं किया है.)
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने जरूरी कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर घटना से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें Times of India पर पब्लिश एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि इस घटना की सूचना एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने 17 अक्टूबर को दी थी. इसमें घटना की जगह गुरुग्राम का इफको चौक बताया गया था.
Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस घटना स्थल पर पहुंची जहां उन्हें एक महिला का शव मिला. महिला के शरीर पर जलने और चोटों के कई निशान थे. रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला की हत्या गला घोंटकर की गई है.
क्विंट ने पुलिस की ओर से जारी जो प्रेस नोट देखा. इसमें आरोपी की पहचान 22 साल के राहुल कुशवाहा के रूप में की गई है, जिसने स्वीकार किया है कि पति-पत्नि के बीच हर दिन झगड़ा होता था और उसने ही अपनी 20 वर्षीय पत्नी प्रियंका की हत्या की है.
प्रेस नोट के मुताबिक, महिला मोबाइल और टीवी की मांग कर रही थी, इसलिए राहुल ने उसकी हत्या कर दी. इसमें आगे बताया गया है कि राहुल ने महिला के शव से हर वो चीज हटा दी थी, जिससे उसकी पहचान हो सकती थी. उसने महिला के शव से अपने नाम का टैटू भी हटा दिया था.
शुरुआत में, पुलिस ने अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत गायब करना) के तहर एफआईआर दर्ज की थी.
गुरुग्राम एसीपी और मीडिया इंचार्ज प्रीत पाल सिंह ने क्विंट से बताया कि जिस महिला का शव मिला है उसका नाम प्रियंका है. उन्होंने घटना में सांप्रदायिक एंगल होने के दावे को खारिज किया है.
वो दोनों हिंदू समुदाय से हैं. मृतका का नाम प्रियंका और पति का नाम राहुल है. उन्होंने लव मैरिज की थी, लेकिन बाद में आपस में झगड़े होने लगे.प्रीत पाल सिंह, एसीपी गुरुग्राम
साफ है कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. मृतका और आरोपी दोनों एक ही धर्म के हैं.
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